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पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ में ग्रामीणों की हत्‍या का आरोप, भड़के बस्‍तर आईजी ने दी खुली चुनौती

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जगदलपुर। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए अपने दो साथियों को नक्‍सली ग्रामीण बताकर पुलिस पर फर्जी एंकाउंटर का आरोप लगाया है। नक्‍सलियों ने इस संबंध में पर्चा जारी कर पुलिस पर निर्देष आदिवासियों की हत्‍या करने का आरोप लगाया है। इस पर बस्‍तर रेंज आईजी सुंदरराज पी. ने नक्‍सलियों को खुली चुनौती दी है। आईजी ने कहा कि पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए रवा देवा व सोढ़ी कोसा के नक्‍सली होने का पुलिस के पास पुख्‍ता प्रमाण है। अब अगर नक्‍सलियों के पास उनके नक्‍सली होने का कोई सबूत है तो 48 घंटे में प्रस्‍तुत करें।

दरअसल, 6 सितंबर को माओवादियों के दक्षिण बस्तर डिवीजनल कमेटी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है। इसमें कहा गया है कि 05 सितंबर 2023 को जिला सुकमा के ताड़मेटला जंगल में पुलिस-नक्सली के बीच हुए मुठभेड़ गलत बताया गया है। इसी मुठभेड़ में पुलिस ने माओवादी मिलिशिया कैडर रवा देवा और सोढ़ी कोसा ढेर कर दिया था।

पुलिस अफसरों ने बताया कि नक्‍सली झूठा बयान जारी कर ग्रामीणों के बीच भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। सच्‍चाई यह है कि मुठभेड़ में मारे गए माओवादी मिलिशिया कैडर रवा देवा व सोढ़ी कोसा बाहरी माओवादी नेताओं के इशारे पर क्षेत्र की जनता को विगत कई महीनों से लगातार प्रताड़ित कर रहे थे।

उल्लेखनीय है कि 28 जून 2023 को जिला सुकमा के थाना चिंतागुफा क्षेत्रांतर्गत ग्राम ताड़मेटला पंचायत के उप सरपंच माड़वी गंगा व शिक्षादूत कवासी सुक्का को माओवादियों द्वारा क्रूरतापूर्ण हत्या की गई। इसके बाद 31 अगस्त को गांव पालीगुड़ा में अपने परिजनों से मिलकर वापस आ रहे मजदूर कोरसा कोसा को पुलिस मुखबिर का आरोप लगाकर माओवादियों द्वारा हत्या की गई। उपरोक्त सभी प्रकरणों में मिलिशिया कैडर रवा देवा व सोढ़ी कोसा का सक्रिय भूमिका पुलिस विवेचना के दौरान पाया गया। इसके अलावा दोनों मिलिशिया कैडर द्वारा सुरक्षा बलों को क्षति पहुंचाने के नियत से लगातार क्षेत्र में माओवादियों के लिए जासूसी और रेकी का कार्य करने के संदर्भ में भी पुलिस को सटीक आसूचना एवं साक्ष्य, सबूत प्राप्त हुई।

माओवादियों द्वारा उनके अपने पुराने तौर-तरीके के तहत् प्रत्येक मुठभेड़ में मारे जाने वाले मिलिशिया व अन्य कैडर्स को निर्दोष ग्रामीण बताते हुए पुलिस व सुरक्षा बल को बदनाम करने और क्षेत्र की जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए झूठी तथ्यों का उल्लेख करते हुए प्रचार-प्रसार की जाती है।

पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा माओवादियों को चुनौती देते हुए उनसे सवाल किया है कि यदि ताड़मेटला उपसरपंच माड़वी गंगा, शिक्षादूत कवासी सुक्का व मजदूर कोरसा कोसा की हत्या में रवा देवा और सोढ़ी कोसा का भूमिका नहीं है तो अन्य कौन-कौन मिलिशिया कैडर शामिल थे, उनके नाम व अन्य विवरण का 48 घंटे में खुलासा करने के लिए माओवादियों को चुनौती दी है। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज पी. द्वारा क्षेत्रवासियों से जनविरोधी व विकास विरोधी माओवादियों के साजिश का शिकार न होने का निवेदन करते हुए माओवादियों के द्वारा निर्दोष ग्रामीणों की हत्या एवं प्रताड़ना के विरूद्ध एकजूट होकर आवाज बुलंद करने के लिए अपील की गई।

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