प्रतिशोध की राजनीति छोड़ काम पर ध्यान दे सरकार: भाजपा
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रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराधों और कानून-व्यवस्था की लचर स्थिति के मद्देनजर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के साथ ही अपराधों का ग्राफ जिस तेजी से बढ़ा है, वह प्रदेश सरकार के लिए अपने आपमें एक चेतावनी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पिछले दो माह में प्रदेश अपराधों का गढ़ बनता नजर आ रहा है। यहां तक कि प्रदेश की राजधानी भी अब सुरक्षित नहीं रह गई है। पिछले दो दिनों में ही राजधानी में चोरी, लूट, छेड़खानी के अनेक मामलों का प्रकाश में आना प्रदेश सरकार की विफलता का परिचायक है। सेजबहार में दो पुलिस कर्मियों समेत टाइल्स ठेकेदार के यहां हुई चोरी, अनुपम नगर में मार्निंग वाक पर निकली महिला से मोबाइल लूट और मौदहापारा थानांतर्गत युवती से छेड़खानी जैसे मामले प्रदेश को असुरक्षा और भय की ओर धकेल रहे हैं। यही हाल पूरे प्रदेश का हो गया है। मंगलवार को भिलाई में गोली चलाकर दिनदहाड़े लूट की वारदात को अंजाम देने और प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के गृह जिले में यदि यह आलम है और पुलिस तंत्र के एक अफसर का बेटा ही यदि अपराध में संलिप्त हो तो प्रदेश में कानून का भय कहां रह जाएगा?
प्रदेश अध्यक्ष श्री कौशिक ने कहा कि एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री रोज अपने मुंह मियां मिठ्ठू बनने का कोई मौका नहीं छोड़ते और दूसरी तरफ प्रदेश की जनता बेहाल हुई जा रही है। प्रदेश में माफियाओं की सरपरस्ती में जुटी प्रदेश सरकार पुलिस तंत्र का इस्तेमाल महज राजनीतिक प्रतिशोध के अपने एजेंडे में ही कर रही है। अवांछनीय तत्वों और माफियाओं पर कार्रवाई करने पर पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को तबादलों का फरमान थमाया जा रहा है। घरघोड़ा के थाना प्रभारी का इस्तीफा इस बात की तस्दीक करता है और कांग्रेसी इसे झुठलाने की बेजा कोशिश में लगे हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी के सुरक्षित और निर्भीक माहौल में जीने के अधिकार की रक्षा के अपने दायित्व से इतर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एसआईटी बनाकर विरोधी दल के नेताओं को बदनाम व प्रताड़ित करने का कुचक्र रचने और तबादलों को एक उद्योग की शक्ल देने के सिवाय और कोई ठोस जनकल्याणकारी कार्य नहीं किया है। श्री कौशिक ने कहा कि बदलापुर की राजनीति छोड़ भूपेश सरकार को कानून व्यवस्था बहाली आदि के अपने मूल कार्य पर ध्यान देना चाहिए।