छत्तीसगढ़

पैरा आर्ट्स बनेगी महिलाओं के लिए आजीविका का नया साधन

गरियाबं। कलेक्टर  दीपक अग्रवाल के निर्देशानुसार जिले की महिलाओं को आर्थिक रूप से संबल प्रदान करने एवं उन्हें आत्म निर्भर बनाने विभिन्न विभागीय गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इसी कड़ी में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नवाचार करते हुए महिलाओं को पैरा आर्ट्स के तहत पैरा से विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां बनाने की ट्रेंनिंग दी जा रही है।

महिलाएं पैरा का उपयोग करके प्राकृतिक दृश्य, पशु-पक्षी, फूल, पौधे, वाद्य यंत्र एवं धार्मिक संरचनाओं का भी निर्माण कर रही है। महिलाओं को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अंतर्गत पैरा आर्ट्स प्रशिक्षण दिया जा रहा है। महिलाओं को सहेली सोशल वेलफेयर फाउंडेशन स्व सहायता समूह नवागढ़ जिला बेमेतरा के विशेष सहयोग से पैरा से विभिन्न कलाकृतियां बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।

पैरा से बनने वाले कलाकृतियों की बाजार में खूब डिमांड है। पैरा आर्ट्स के तहत कलाकृति बनाने का खर्च बहुत कम होता है। एक बार पूर्ण हो जाने के पश्चात कलाकृति ऊंचे दामों में बिक्री होती है। वर्तमान में जिले की 27 महिलाओं को पैरा आर्ट्स का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

उन्हें गरियाबंद के सांई मंदिर प्रांगण में प्रशिक्षण देकर आजीविका के नये साधन विकसित करने के गुर सिखाये जा रहे हैं। पैरा आर्ट्स के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर जिले की महिलाएं विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों का निर्माण का स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ेंगी। पैरा आर्ट्स के माध्यम से उन्हें घर से ही अतिरिक्त आय अर्जित करने का नया अवसर मिलेगा।

 

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