छत्तीसगढ़

इनामी नक्सली समेत 4 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

सुकमा । सुकमा में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे हैं अभियान के तहत एक बार फिर से बड़ी कामयाबी पुलिस को मिली है जहां 1 ईनामी नक्सली सहित कुल 4 नक्सलियों के द्वारा आत्मसमर्पण किया। छत्तीसगढ़ शासन की ”छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से आत्मसमर्पण किया गया।

छ0ग0 शासन द्वारा पद के अनुरूप 1 नक्सली पर 1 लाख रूपये का घोषित है ईनाम। नक्सलियों को आत्मससमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में नक्सल सेल, डीआईजी कोंटा, सुकमा, जगदलपुर रेंज फिल्ड टीम (आरएफटी) एवं 50, 150, 219, 241 वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखाओं के कार्मिकों की रही है विशेष प्रयास ।

इन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
माड़वी जोगा पिता मल्ला (कोर्राजगुड़ा आरपीसी मिलिशिया कमाण्डर ईनामी 1 लाख रूपये) उम्र लगभग 27 वर्ष जाति मुरिया निवासी ग्राम कोर्राजगुड़ा बड़ेपारा थाना भेज्जी जिला सुकमा।

मुचाकी मासा पिता स्व. मुचाकी हड़मा (पूर्व प्लाटून नंबर 4 का पार्टी सदस्य) उम्र लगभग 38 वर्ष जाति मुरिया निवासी छोटेकेड़वाल थाना किस्टाराम जिला सुकमा।

सुन्नम राजू पिता स्व. सुन्नम भीमा (मेहता आरपीसी मिलिशिया सदस्य) उम्र लगभग 30 वर्ष जाति दोरला निवासी मेहता थाना कोंटा जिला सुकमा।

मड़कम लच्छा पिता मुदराज (मेहता आरपीसी मिलिशिया सदस्य) उम्र लगभग 32 वर्ष जाति दोरला निवासी मेहता थाना कोंटा जिला सुकमा

इन चारों ने नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा मे जुड़ने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला सुकमा में अमृतेश कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी 50 वाहिनी सीआरपीएफ, दुराई मुर्गन, सहायक कमाण्डेन्ट 219 वाहिनी सीआरपीएफ एवं निरीक्षक अभिलाष टण्डन, प्रभारी डीआरजी जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया है।

इनामी नक्सली माड़वी जोगा पिता मल्ला को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में नक्सल सेल आसूचना शाखा, मुचाकी मासा पिता स्व. हड़मा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआईजी सुकमा, जगदलपुर रेंज फिल्ड टीम (आरएफटी), 241,150 वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखा एवं सुन्नम राजू पिता स्व. भीमा, मल्लम लच्छा पिता मुदराज को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआईजी कोंटा रेंज फिल्ड टीम (आरएफटी), 50, 219 वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखाओं के कार्मिकों की रही है विशेष प्रयास। उपरोक्त सदस्यों प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुड़कर विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गों पर स्पाईक/बम लगाना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध बैनर, नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य घटनाओं में शामिल रहे है। उक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदाय कराये जायेंगे।

 

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