September 1, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
बाढ़ में बही पुस्तकें, टेबलेट भी हुआ खराब, पर नहीं रुकेगी पूनम की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी,मुख्यमंत्री की पहल पर पूनम को मिली पुस्तकें और नया टेबलेटदीदी के गोठ सीएम साय ने दीदियों को प्रेरित किया, स्व-सहायता समूहों की सफलता की कहानियाँ बनी मिसालकोरबा में रेल्वे कर्मचारियों की हड़ताल: छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने किया समर्थनआगाज़ इंडिया का महादान: विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन,थैलेसीमिया पीड़ितों को मिला जीवनदानमौत का अड्डा बन चुका मेडिकल कॉलेज अस्पताल – अधीक्षक गोपाल कंवर की नाकामी ने ली एक और माँ की जानखेत की बाड़ी में थैले में मिला नवजात, चींटियों और कीड़ों ने काटा…ग्रामीणों में मचा हड़कंपपति की मौत के दूसरे दिन पत्नी ने भी दम तोड़ दियाबस्तर दौरे पर सीएम साय: हवाई सर्वे के बाद राहत कार्यों की करेंगे समीक्षा…पुजारी की हत्या का राजफाश एक नाबालिग समेत 5 आरोपी गिरफ्तार, वजह जानकर रह जाएंगे दंगआज छत्तीसगढ़ के कई जिलों में होगी जमकर बारिश, मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए जारी किया ऑरेंज अलर्ट
छत्तीसगढ़

डिप्टी सीएम शर्मा ने किया बालमित्र पुस्तकालय का अवलोकन

शाला त्यागी बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की अनूठी पहल को सराहा

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

दंतेवाड़ा । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंशानुसार अब जिले में ’’बालमित्र कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। उल्लेखनीय कि शाला त्यागी बच्चों को नवीन शिक्षा के क्षेत्र में जोड़ने के लिए बच्चों की पुस्तकालय के साथ बाल-हितैषी जिला बनाने की पहल की गई है। इस कड़ी में एक दिवसीय दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मुख्यालय के चितालंका स्थित बालमित्र पुस्तकालय एवं गतिविधि केंद्र का अवलोकन कर पठन पाठन कर रहे बच्चों के साथ बातचीत की।

इस दौरान उन्होंने बच्चों को दी जा रही सुविधाओं को देखा और कहा कि जिले के जितने भी शाला त्यागी बच्चे है उन्हें बाल मित्र कार्यक्रम योजना से जोड़ा जाए। जिससे बच्चों का मन पुस्तकीय ज्ञान की और आकर्षित हो सके। इस मौके पर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने बताया कि जिले में संचालित बाल मित्र पुस्तकालय एवं गतिविधि केन्द्र अभी तीन विकासखण्ड में प्रारंभ की गई है। जिसमें दंतेवाड़ा विकासखंड में चितालंका, भोगाम, कवलनार, केशापुर, कुवेर, तुड़पारास, गंजेनार, चितालूर, गमावाड़ा, मटेनार, पंडेवार, कमालूर, कमेली, धुरली को केन्द्र बनाया गया है। इस प्रकार गीदम विकासखण्ड में छोटेतुमनार, घोटपाल, कसोली-1, बडे़कारली, फरसपाल, बिंजाम, समलूर, बांगापाल, मुचनार, गुड़से तथा कटेकल्याण विकासखण्ड में गाटम, सूरनार, धनीकरका, बडे़लखापाल, मोखपाल, परेचली, छोटेगुडस, टेटम, तेलम और  गुड़से   को बालमित्र कार्यक्रम गतिविधि केंद्र बनाया गया है।

ज्ञात हो कि ’’बाल मित्र कार्यक्रम’’ दंतेवाड़ा के बच्चों की शैक्षिक, सुरक्षा और विकासात्मक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक अग्रणी पहल है। जिला प्रशासन और गैर-लाभकारी संगठन ’’बचपन बनाओ’’ के सहयोग से विकसित, यह कार्यक्रम पंचायतों में बाल मित्र पुस्तकालय सह गतिविधि केंद्र (बीएलसीएसी) की स्थापना पर केंद्रित है। ये केंद्र बच्चों के लिए

शिक्षा के संदर्भ में सुरक्षित, सुलभ स्थान प्रदान करते हैं  इस कार्यक्रम के द्वारा साक्षरता, सामाजिक भावनात्मक विकास और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा दिया जाएगा। इस पहल के केंद्र में बाल मित्र साथी के रूप में  स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर सहयोग लिया जायेगा।

इस प्रकार ये युवा बच्चों के समग्र विकास को सुनिश्चित करेगें। बाल मित्र फैलोशिप कार्यक्रम के माध्यम से पंचायत स्तर पर बच्चों के पुस्तकालय सह गतिविधि केंद्र की स्थापना का मुख्य उद्देश्य सुलभ साहित्य को हर गांव में उपलब्ध कराना, समग्र शिक्षा पारंपरिक अकादमिक शिक्षा से परे सीखने के स्थानों की पेशकश के अलावा सामुदायिक भागीदारी के तहत बच्चों के विकास में माता-पिता, और स्थानीय समुदायों को शामिल करना, युवा सहभागिता स्थानीय युवाओं को बाल मित्र साथी के रूप में सशक्त बनाने को लक्षित रहेगा। बाल मित्र कार्यक्रम केवल एक शैक्षिक पहल नही है बल्कि यह दंतेवाड़ा के बच्चों के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने के लिए एक परिवर्तनकारी प्रयास है।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close