July 1, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
कोरबा चेम्बर चुनाव: व्यापारी बोले — अब पुरानी टीम नहीं, बदलाव चाहिए ! गजानंद अग्रवाल की टीम के पक्ष में जबरदस्त लहरबीपालएम रेजिम से मरीजों को मिलेगा तेज और प्रभावी इलाजइरकभट्टी के 55 परिवारों को हर घर नल कनेक्शन से मिल रहा शुद्ध पेयजलबस स्टैंड का निरीक्षण कर यात्रियों से मिले कलेक्टर रणबीर शर्मा2047 तक भारत को विकसित बनाने के उद्देश्य से सभी मिलकर कार्य करेंः सतीश चंद्र दुबेनई दिल्ली में सहकारिता की राष्ट्रीय कार्यशाला में सहकारिता मंत्री केदार कश्यप हुए शामिलबदरीनाथ हाईवे पर गिरा मलबा, बाल-बाल बचे यात्री…नगर मंत्री निहाल बने अभाविप के जिला सयोजकमुड़ापार, नवधा चौक क्षेत्र में नशेड़ियों पर पुलिस का शिकंजा, जन चौपाल में दी समझाइशमुख्यमंत्री ने किया मंत्रालय के नवीन सभागार का लोकार्पण
छत्तीसगढ़

एम्स के अधीक्षक सहित पांच डॉक्टरों का इस्तीफा

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रायपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स के मेडिकल अधीक्षक डॉ. अजय दानी समेत पांच डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है। जिन डॉक्टरों ने इस्तीफा दिया है, उनमें न्यूरोलॉजी, रेडियो डायग्नोसिस, पीडियाट्रिक सर्जरी, फोरेंसिक मेडिसिन व बायो केमेस्ट्री विभाग के कंसल्टेंट डॉक्टर शामिल हैं। इनमें तीन नियमित व दो संविदा डॉक्टर हैं। डॉ. दानी 27 जुलाई तक कार्य करेंगे। इसके बाद वे कार्यमुक्त हो जाएंगे। डॉक्टरों के इस्तीफा देने के कारण मरीजों का इलाज प्रभावित होगा।
डॉ. दानी दो बार एम्स के मेडिकल अधीक्षक के बतौर सेवाएं दी हैं। उनका पहला कार्यकाल 2013 से 2016 तक रहा। तब वे डेपुटेशन पर थे। वे स्वास्थ्य विभाग में डिप्टी डायरेक्टर थे। इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से वीआर ले लिया। इसके बाद वे जुलाई 17 से दोबारा मेडिकल अधीक्षक के बतौर सेवाएं दे रहे हैं। उनका कार्यकाल तीन साल के लिए था। यानी जुलाई 2020 में उनका कार्यकाल खत्म होता। न्यूरोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र सिंह, रेडियो डायग्नोसिस के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नवीन कुमार, पीडियाट्रिक सर्जरी के डॉ. अभिमन्यु, फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर व उप अधीक्षक डॉ. श्रीमंता दास तथा बायो केमेस्ट्री विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. कल्याण ने इस्तीफा दे दिया है। इनमें डॉ. अभिमन्यु को छोड़कर सभी रेगुलर डॉक्टर हैं। बताया जाता है कि डॉ. श्रीमंता का चयन मंगलागिरी एम्स में प्रोफेसर के बतौर हुआ है। वहीं डॉ. कल्याण पश्चिम बंगाल जा रहे हैं। न्यूरोलॉजी विभाग में अब एक डॉक्टर बचे हैं और संविदा में सेवाएं दे रहे हैं। इसके कारण ब्रेन व नस से जुड़ी बीमारियों के मरीजों को इलाज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।

Related Articles

Check Also
Close