कोरबा चेम्बर चुनाव में पुरानी टीम पर नए उम्मीदवारों का हमला — पुराने वादों नहीं हुए पूरे अब फिर आ गया नया घोषणापत्र !

कोरबा। चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज कोरबा के आगामी चुनाव को लेकर माहौल गरम है। इस बार व्यापारियों के बीच नए उम्मीदवारों ने पुराने पदाधिकारियों की विफलताओं को मुद्दा बना लिया है।
अध्यक्ष पद के उम्मीदवार गजानंद अग्रवाल (गज्जू महुआ वाले), महामंत्री पद के उम्मीदवार सुभाष केडिया और कोषाध्यक्ष पद के उम्मीदवार विशाल सचदेव ने एक स्वर में कहा कि — “पिछले तीन साल में चेम्बर पूरी तरह निष्क्रिय रहा। व्यापारियों से जो वादे किए गए थे, वे आज तक अधूरे हैं। एक भी बैठक नहीं बुलाई गई, न व्यापारियों की समस्याओं पर चर्चा हुई। अब वही लोग नया घोषणापत्र लेकर आ गए हैं। क्या पिछला घोषणापत्र रद्द कर दिया गया ?”
तीन साल में एक भी बैठक नहीं — व्यापारी खुद को ठगा महसूस कर रहे
इनकी माने तो व्यापारी समाज का कहना है कि कोरबा में करीब 4500 GST रजिस्टर्ड व्यापारी हैं, लेकिन पिछले तीन साल में चेम्बर ने महज़ 50-60 नए सदस्य जोड़े। जो संस्था व्यापारियों की आवाज़ बननी थी, वह सिर्फ कुछ लोगों का समूह बनकर रह गई है।
गजानंद अग्रवाल ने कहा — “व्यापारी हित के जितने वादे किए गए थे, उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। जो लोग 3 साल तक बैठक तक नहीं कर सके, वो अब फिर बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं। यह व्यापारियों के साथ मजाक है।”
नई टीम बोली — अब समय है बदलाव का
महामंत्री पद के उम्मीदवार सुभाष केडिया ने कहा — “अब समय है कोरबा चेम्बर को जिंदा करने का। व्यापारियों की ताकत और समस्याओं को शासन-प्रशासन तक पहुंचाने वाली टीम चाहिए। पुरानी टीम ने भरोसा तोड़ा है, नई टीम भरोसा बनाएगी।”
कोषाध्यक्ष पद के उम्मीदवार विशाल सचदेव ने कहा — “व्यापारियों के बीच नई ऊर्जा लाने के लिए नई सोच जरूरी है। हम हर सत्र में बैठक करेंगे, व्यापारियों की समस्या पर तुरंत कार्रवाई कर प्रशासन से समाधान की दिशा में कदम उठाएंगे।”
व्यापारी समाज भी जुड़ने को तैयार
चुनाव से पहले व्यापारियों में भी नई टीम को लेकर सकारात्मक माहौल दिखने लगा है। कई व्यापारी संगठनों ने साफ किया है कि वे अब निष्क्रिय और वादाखिलाफ टीम का साथ नहीं देंगे। हालांकि 1 जुलाई को जनादेश बताएगा कि किसका पलड़ा चेंबर में भारी है।