
न्यायालयीन आदेश के बाद भेजी गई सेंदरी मानसिक चिकित्सालय
बेमेतरा (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। 20 जून की रात करीब 11ः30 बजे सामाजिक कार्यकर्ता हरीश कुमार चौहान द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रभारी श्रीमती राखी यादव को सूचना दी गई कि कारेसरा रोड क्षेत्र में एक अज्ञात विक्षिप्त महिला भटक रही है, जो मानसिक रूप से अस्थिर प्रतीत हो रही है और अपना नाम-पता भी नहीं बता पा रही है। सूचना मिलते ही केंद्र प्रभारी राखी यादव के नेतृत्व में केस वर्कर सीमा यदु एवं सुरक्षा कर्मी एकता कुर्रे ने तत्परता से मौके पर पहुंचकर महिला को रेस्क्यू किया और सखी वन स्टॉप सेंटर लाया गया। महिला की स्थिति को देखते हुए उसे तत्काल जिला अस्पताल ले जाकर प्रारंभिक स्वास्थ्य जांच करवाई गई। जांच के उपरांत चिकित्सकीय परामर्श के आधार पर महिला को बिलासपुर स्थित सेंदरी मानसिक रोगी चिकित्सालय रेफर किया गया।
हालांकि, 21 और 22 जून को शनिवार एवं रविवार का अवकाश होने के कारण मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी का रेफरल आदेश प्राप्त नहीं हो सका। इसके पश्चात सोमवार 23 जून को पैरा लीगल वकील श्रीमती रामेश्वरी साहू द्वारा मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी महोदय से विधिक आदेश प्राप्त किया गया।न्यायालयीन आदेश प्राप्त होने के बाद केस वर्कर सरिता शर्मा एवं सुरक्षा गार्ड कुंती द्वारा उक्त महिला को विधिवत सुरक्षा एवं सम्मान पूर्वक सेंदरी मानसिक रोगी चिकित्सालय, बिलासपुर में भर्ती कराया गया। सखी वन स्टॉप सेंटर द्वारा की गई इस संवेदनशील एवं मानवीय पहल की जिले में सराहना की जा रही है। महिला की सुरक्षा, उपचार एवं पुनर्वास सुनिश्चित करने हेतु प्रशासन एवं सेंटर की टीम द्वारा उठाया गया यह कदम समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।