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मौकापरस्त मंत्री का एक और नया कारनामा आया सामने, इस बार कर दिया ये कांड…

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कोरबा – कोरबा में मंत्री जयसिंह अग्रवाल के कारनामों की कमी नहीं है। हर दूसरे दिन उनके नए नए कारनामे सामने आते रहते है ताज़ा मामले में तो मंत्री ने गजब ही कर दिया कोरबा नगर निगम के अघोषित महापौर की भूमिका में राजनीति कर रहे मंत्री ने निगम के एक भवन निर्माण के टेंडर खुले बगैर ही उक्त कार्य का भूमिपूजन कर दिया, मंत्री की हड़बड़ी देख ऐसे लगा कि वो उक्त मंगल भवन का भूमिपूजन नहीं करेंगे तो कोई और न कर जाए।

हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं जब मंत्री ने ऐसे कार्य का भूमिपूजन किया हो जिसका टेंडर नहीं हुआ हो। हालांकि नगर निगम के अधिकांश कार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण मंत्री जयसिंह अग्रवाल ही करते है लेकिन कई बार सांसद ज्योत्सना महंत भाभी के नाते मंत्री से उनका अधिकार ले खुद भूमिपूजन कर देती है शायद इसी डर ने मंत्री को उनके ही वार्ड में पूजन समय से पहले करने को मजबूर कर दिया।

दरअसल कोरबा के वार्ड क्रमांक 4 में प्रस्तावित मंगल भवन जिसकी निर्माण लागत 85 लाख है उसकी निविदा आमंत्रित की गई है। निविदा खुलने की तारीख 2 अक्टूबर है पर हड़बड़ी में नगर निगम के महापौर और अधिकारियों द्वारा अपने आका मंत्री को खुश करने या यूं कहें कि आगामी विधानसभा चुनाव मे लाभ दिलाने की नियत से आज ही भूमिपूजन कर श्रेय दिलाने का प्रयास किया। जबकि निविदा खुलने के बाद भी बहुत प्रक्रिया होती है, मसलन ठेकदार से एग्रीमेंट किया जाता है उनको वर्क आर्डर जारी किया जाता है। तब कहीं जाकर भूमिपूजन कराया जाता है ताकि उसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाए। सब मे वक्त लगता है जब तक छत्तीसगढ़ में आचार संहिता लागू हो सकता है। जिससे इस प्रकार शासकीय कार्य पर रोक लगा दिया जाएगा। पर मंत्री जी को इन सब से क्या फर्क पड़ता है उन्हें तो वाह- वाही बटोरनी है, नगर निगम के महापौर व अधिकारियों के मिलीं भगत से कोरबा शहर में नियम विरुद्ध कार्य को बढ़ावा दिया जा रहा है। और जनता को गुमराह किया जा रहा है छला जा रहा है। सिर्फ नाम कमाने व झुठी वह वाही लेने के लिए शासकीय कार्य को भी नियम विरुद्ध किया जा रहा है।

आम जनता को कोरबा की विपक्षी पार्टी भी गुमराह करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही जो इस प्रकार के भ्रष्टाचार पर मौन है और इस तरह से अपनी सहमति प्रदान करते आ रहे हैं ,और विपक्षी पार्टी अपने कर्तव्यों से मुंह फेर बैठे हैं। नगर निगम कोरबा में तत्कालीन आयुक्त महोदया को इस गंभीर मुद्दे पर संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही करने की आवश्यकता है। हालांकि ये भी संभव है कि उपरोक्त कार्य का ठेकेदार बैकडोर से फिक्स हो गया हो जो कल से ही काम शुरू कर दे अगर कल से अगर आपको काम होता दिखे तो समझ जाइएगा कि मामला गड़बड़ है।

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