छत्तीसगढ़

गोलबाजार में वर्षों पुराने श्रीराम भक्त हनुमान दरबार मंदिर पहुँच मार्ग में व्यापारी ने किया कब्जा

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बिलासपुर। गोलबाजार के एक युवा व्यापारी ने कलेक्टर दरबार में पहुंचकर एतिहासिक मंदिर बचाने की गुहार लगायी है,व्यापारी ने कलेक्टर से लिखित शिकायत में बताया कि गोलाबाजार के अन्दर स्थित मंदिर करीब 100 साल से अधिक पुराना है,सही तरीके से रख रखाव नहीं होने के कारण एतिहासिक मंदिर जर्जर हो चुकी है,बावजूद इसके पुजारी का बेटा जो कि खुद निगम में कार्यरत हैं उसने निगम अधिकारियों से सांढ गांठ कर मंदिर को किराया पर चढ़ा दिया है,तो वही दुख की बात यह है कि मंदिर से जूता चप्पल का व्यापार किया जा रहा है,ना केवल आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है..बल्कि जर्जर मंदिर से व्यापार का संचालन कर हादसे को निमंत्रण दिया जा रहा है..

बातचीत करते हुए व्यवासायी ने बताया कि गोलबाजार स्थित ऐतिसाहिक हनुमान मंदिर को जूता चप्पल का दुकान बना दिया गया,इस षड़यंत्र के पीछे निगम की भूमिका है,उन्होंने बताया कि गोलबाजार स्थित एतिहासिक मंदिर करीब 100 से अधिक पुराना है,तत्कालीन समय स्व. नागेश तिवारी को मंदिर में पूजापाठ की जिम्मेदारी दी गयी थी,समय के साथ जर्जर मंदिर को सुरक्षा के मद्देनजर बन्द कर दिया गया। समयान्तराल पुजारी पुत्र सुरेश तिवारी ने निगम प्रशासन की संपत्ति मंदिर को अपना बताकर कब्जा कर लिया है,इसके बाद मंदिर को जूता चप्पल के व्यापारी को किराये पर चढ़ा दिया,व्यापारी ने अपनी लिखित शिकायत में बताया कि मंदिर सार्वजनिक संपत्ति है,इस पर निगम प्रशासन का अधिकार है,बावजूद इसके सुरेश तिवारी मंदिर के सामने जूता चप्पल का बाजार लगाने वाले से 40 हजार रूपये प्रति माह किराया लेता है..

मंदिर के सामने वाले कमरे में जूता चप्पल का स्टोर किया जा रहा है,सब कुछ जानते हुए भी निगम प्रशासन मौन है। इससे जनता की आस्था को चोट पहुंच रही है,व्यापारी ने बताया कि तथाकथित कब्जेदार पुजारी पुत्र सुरेश तिवारी (जो कि खुद निगम में कार्यरत हैं) उसके और निगम अधिकारियों के बीच गहरी सांठ गांठ है,यही कारण है कि विरोध के बावजूद व्यापारी बेखौफ होकर जूता चप्पल का बाजार मंदिर से बेधड़क चला रहा है..

व्यापारी ने कहा मंदिर की हालत काफी जर्जर है,इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि किसी भी समय कोई बड़ा हादसा हो सकता है,शायद इसके बाद ही प्रशासन की आंख खुलेगी। शिकायत के बाद भी यदि प्रशासन ने लोगों की आस्था का सम्मान नहीं किया तो हम इसका ना केवल पुरजोर विरोध करेंगे,व्यापारी से सांठगांठ करने वाले निगम अधिकारी का भी नाम उजागर करेंगे,साथ ही मंदिर का जीर्णोद्धार भी करेंगे…

गोलबाजार के अंदर से मंदिर पहुँच मार्ग आखिर इतना सकरा कैसे..???

वही सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गोलबाजार स्थित इस ऐतिहासिक मंदिर में मंदिर पहुँचने का 3 रास्ता हैं,जिसमें एक मुख्य मार्ग से हैं तो वही दूसरे दो गोलबाजार के अंदर से हैं,वही देखा जाए तो गोलबाजार के भीतर से जब एक मार्ग 6 फिट तकरीबन का हैं तो दूसरा सिर्फ 2 या 2.5 फिट का क्यो,वह भीतर से जाने का दूसरा रास्ता वर्तमान स्थिति में आखिर इतना सकरा कैसे हुआ यह भी चिंतनीय विषय हैं,क्या इसमे भी पुजारी पुत्र सुरेश तिवारी द्वारा व्यापारियों से साठ-गांठ कर उनके हवाले कर दिया गया हैं,यदि ऐसा हैं तो क्या उनपर भी कार्यवाही होगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा…

वही इस बात की जानकारी लगते ही सनातनी हिन्दू समाज द्वारा मंगलवार को गोल बाजार स्थित ऐतिहासिक मंदिर को बचाने के लिए मौर्चा खोल दिया हैं और इसकी लिखित शिकायत थाना व नगर निगम में की हैं,बहरहाल अब देखने की बात होगी कि आखिर इन कब्जाधारियों पर कब कार्यवाही करते हुए “श्री राम भक्त हनुमान दरबार” पहुँच मार्ग को मुक्त कराती हैं…

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