छत्तीसगढ़राजनीतीरोचक तथ्य

अरे ये क्या हो गया ! जयसिंह के भरोसेमंद सिपेहसालार पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरीराज के दरबार में, ढह गई भरोसे की सरकार, इधर पार्टी बदलने लगे लोग

एक-एक कर कट्टर कांग्रेसी माने जाने वाले भी कांग्रेस से रुकसत होकर भाजपा की शरण में आ रहे हैं। परिवर्तन की राह लेने वालों में कोरबा के कद्दावर कांग्रेसी नेता और पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के भी भरोसेमंद शामिल हैं। इन्हीं में एक राजन बर्नवाल भी हैं, जिन्हें कट्टर कांग्रेसी माना जाता रहा और सोमवार को ही उन्होंने भाजपा का दामन थामते हुए केंद्रीय पंचायती राज मत्री गिरीराज सिंह से सौजन्य मुलाकात की। इससे स्पष्ट कहा जा सकता है कि पूर्व मंत्री जयसिंह की करारी हार व सत्ता से बेदखली होते ही उनके विश्वास पात्र समर्थक माने जाने वाले भी भाजपा में अपनी जगह बनाने हाथ-पैर मारने में जुट गए हैं।

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कोरबा। सत्ता बदलते ही पूर्व में सत्तारूढ़ रही पार्टी के सिपेहसालार भी परिवर्तन की राह पकड़ रहे हैं। भरोसे की सरकार अब नहीं रही और इसके साथ ही जिले में पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के भरोसेमंद रहे कट्टर कांग्रेसियों का भरोसा भी जाता दिख रहा है ! इसका प्रत्यक्ष उदाहरण सोमवार को उस वक्त देखने को मिला, जहां पूर्व मंत्री के विश्वासपात्र रहे राजन बर्नवाल केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह के दरबार में हाजिर हुए और नई पारी का आगाज किया।

छत्तीसगढ़ से लेकर कोरबा तक कांग्रेस की जड़ें उखड़ जाने के बाद से ही पूर्व सत्ताधारी दल और उसके नेताओं के प्रति कर्मठ कार्यकर्ताओं व पदाधिकारयों का भी भरोसा बिखरता जा रहा है। बड़े-बड़ों की साख तो चली गई पर उनके भरोसे अपनी जमीन खो चुके पदाधिकारी व कार्यकर्ता अपने लिए नई छात्रछाया की तलाश में निकल पडे हैं। यही वजह है जो एक-एक कर कट्टर कांग्रेसी माने जाने वाले भी कांग्रेस से रुकसत होकर भाजपा की शरण में आ रहे हैं। परिवर्तन की राह लेने वालों में कोरबा के कद्दावर कांग्रेसी नेता और पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के भी भरोसेमंद शामिल हैं। इन्हीं में एक राजन बर्नवाल भी हैं, जिन्हें कट्टर कांग्रेसी माना जाता रहा और सोमवार को ही उन्होंने भाजपा का दामन थामते हुए केंद्रीय पंचायती राज मत्री गिरीराज सिंह से सौजन्य मुलाकात की। इससे स्पष्ट कहा जा सकता है कि पूर्व मंत्री जयसिंह की करारी हार व सत्ता से बेदखली होते ही उनके विश्वास पात्र समर्थक माने जाने वाले भी भाजपा में अपनी जगह बनाने हाथ-पैर मारने में जुट गए हैं।

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