जैन संवेदना ट्रस्ट ने 4000 बीपी व शुगर टेस्टिंग इक्यूपमेंट वितरण का लक्ष्य पूरा किया

चातुर्मासिक मानव सेवा साधर्मिक भक्ति प्रकल्प का समापन
रायपुर। जैन संवेदना ट्रस्ट ने इस वर्ष चातुर्मास के दौरान मानव सेवा और साधर्मिक भक्ति को केंद्र में रखते हुए बड़ा अभियान चलाया। भगवान महावीर स्वामी के जीवों को जीने दो, दया, करुणा और अहिंसा के संदेश को आगे बढ़ाते हुए ट्रस्ट ने विभिन्न धर्मों और साधर्मिक परिवारों को बी पी और शुगर टेस्टिंग इक्यूपमेंट निःशुल्क वितरित किए।
ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर और विजय चोपड़ा ने बताया कि कोरोना काल के बाद युवाओं में अचानक होने वाली मौतों ने चिंता बढ़ाई है। चिकित्सकीय सलाह के बाद घर घर ब्लड प्रेशर मशीन और शुगर टेस्टिंग उपकरण देने का निर्णय लिया गया। चातुर्मास में विशेष अभियान चलाकर 4000 इक्यूपमेंट वितरित करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसे पूरा कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि कोरोनाकाल के बाद हार्टअटैक के मामले बढ़े हैं। कई परिवार ब्लड प्रेशर और शुगर की समस्याओं से जूझ रहे हैं। समय पर जांच न होने से जोखिम बढ़ जाता है। घर में बी पी मशीन होने से तुरंत प्राथमिक उपचार किया जा सकता है और कई बार जीवन भी बचता है।
इसी उद्देश्य से ट्रस्ट ने साधर्मिक भक्ति और अनुकम्पा सेवा चातुर्मास के तहत स्वास्थ्य सजग प्रहरी योजना शुरू की। योजना में 2500 रुपये सहयोग राशि देकर कोई भी साधर्मिक परिवार का स्वास्थ्य प्रहरी बन सकता है। इसके तहत ब्लड प्रेशर और शुगर जांच मशीनें दी जा रही हैं।
नौकरीपेशा और मध्यमवर्गीय जैन परिवारों को आवश्यकता के अनुसार एक बी पी मशीन और एक शुगर टेस्टिंग इक्यूपमेंट दिया गया। समापन पखवाड़े में ब्लड प्रेशर और शुगर से पीड़ित परिजनों वाले 44 परिवारों को उपकरण वितरित किए गए। इस अवसर पर श्रीमती मंजू टाटिया उपस्थित रहीं।
ट्रस्ट के वीरेन्द्र डागा और महावीर कोचर ने बताया कि शुगर इक्यूपमेंट के साथ जांच पट्टियों का एक पैकेट भी दिया गया, आगे की पट्टियां स्वयं लेनी होंगी। ट्रस्ट जरूरत पड़ने पर जांच करने का प्रशिक्षण भी देता है।
जैन संवेदना ट्रस्ट साधर्मिक स्वावलंबन योजना के माध्यम से व्यवसाय में सहयोग दे रहा है और सुकन्या विवाह योजना पर भी कार्य कर रहा है।

Live Cricket Info