छत्तीसगढ़

एकतरफा प्यार का खौफनाक अंजाम, जिससे करती थी बेइंतहा मोहब्बत, उसने ही दे दी मौत, सुलझा अंधे कत्ल का मामला

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बलरामपुर। जिले के कुसमी थाना क्षेत्र के आमादरहा के जंगल में 5 जून को मिले एक युवती की लाश के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में पुलिस की टीम ने मृतिका के प्रेमी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने एकतरफा प्रेम के चक्कर में हत्या की इस वारदात को अंजाम दिया था और लाश को वही छोड़कर फरार हो गया था।

प्रदीप से बेइंतहा प्यार करती थी सरस्वती

मृतिका का नाम सरस्वती गोंड़ था और वह ग्राम पंचायत भुलसी कला की रहने वाली थी। 2 जून वह अपने घर से बिना बताए निकल गई थी और उसने फोन पर ही अपने प्रेमी, जिससे वह स्कूल समय से ही बेहद प्यार करती थी उसे फोन करके बुलाया। मृतिका ने अपने प्रेमी को जंगल में मिलने के लिए बुलाया था और उससे कहा कि वह उससे स्कूल के समय से ही बेहद प्यार करती है और वह उसके बिना नहीं रह पाएगी। वह उसके साथ उसके घर में रहना चाहती है, लेकिन आरोपी प्रदीप यादव सरस्वती से प्रेम नहीं करता था। उसने कहा कि वह उसे अपने साथ नहीं रखेगा।

प्रेमी के साथ चलने की जिद पड़ी भारी

दूसरी तरफ सरस्वती प्रदीप से बेइंतहा प्यार करती थी और जब उसने रखने से मना किया तो उसके पीछे-पीछे उसके साथ घर जाने लगी। इसी बात से आक्रोशित होकर आरोपी ने पहले उसके साथ मारपीट की फिर पत्थर से सिर कुचलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दिया। कुसमी पुलिस को जंगल में अज्ञात युवती की लाश मिलने की सूचना मिली और इससे इलाके में सनसनी फैल गई थी। पुलिस की टीम ने सबसे पहले मृतका की शिनाख्त किया और फिर प्रथम दृष्टया ही हत्या का अपराध दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दिया। मौके पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंची थी पुलिस की टीम ने साइबर सेल और मोबाइल काल के आधार पर लड़की की पहचान की फिर उसी के आधार पर पुलिस की जांच आगे बढ़ी।

पुलिस ने मामले में तीन चार संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया था। ऐसे में प्रदीप यादव से मृतिका की फोन पर ज्यादा बात हुई थी। पुलिस ने उसी से जब पूछताछ किया तो उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया और पूरी घटना से पुलिस को अवगत कराया। पुलिस ने 4 दिन के भीतर हत्या के इस मामले को सुलझा लिया है। स्कूल की पहचान कब बेइंतहा प्यार में बदल गई सरस्वती को पता ही नहीं चला और वह प्रदीप को मन ही मन पति मान बैठी थी, लेकिन उसे क्या पता था कि उसे सच्चे प्यार की कीमत अपनी जान गवांकर चुकानी पड़ेगी।

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