छत्तीसगढ़

जिला प्रशाशन ने बैगा आदिवासी युवक और युवतियों के लिए खोला प्रशिक्षण केंद्र,

27.05.22| जिले में बैगा आदिवासी युवा एवं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें आर्थिक गतिविधियों को जोड़ने के उद्देश से जिला प्रशासन के द्वारा एक नेक पहल की शुरुआत की गई है. इसके लिए कलेक्टर डॉ गौरव कुमार के मार्गदर्शन में लाइवलीहुड कॉलेज में 10 बैगा आदिवासी बच्चों को कम्यूटर से सम्बंधित कार्यों के लिए दक्ष किया जा रहा है. ये ट्रेनिंग दो से तीन महीने की होती है.

कलेक्टर ने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान इन बच्चों से बातचीत में पता चला कि इस तरह से ट्रेनिग लेने के लिए कई और बैगा आदिवासी तैयार तो है, लेकिन जंगल छोड़कर शहर में रहकर ट्रेनिंग नही करना चाहते. यही वजह है कि कलेक्टर ने इसके लिए बाकायदा अचानकमार के दूरस्थ गांव छपरवा में अस्थायी तौर पर ट्रेनिंग सेंटर खोलने का निर्णय लिया, जिसमे बैगा आदिवासी महिलाओं को जहां बम्बू याने बांस से बनाए जा सकने वाली आर्टिफिसियल उत्पाद के बारे में विशेषज्ञ ट्रेनरों के द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी.

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