सरकारी ठेके पर मिलावट का लेबल, आधा पानी और आधी शराब मिलाकर बेच रहे सीलबंद बोतल

कोरबा। वैसे तो मदिरापान हानिकारक है, यह सभी जानते हैं। पर मदिराप्रेमियों को कौन समझाए। फिर भी, अगर रकम दी है तो वस्तु भी उसके मुताबिक गुणवत्ता के साथ ही मिलना चाहिए। इस कायदे के विपरीत एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसमें सरकारी ठेका में एक कर्मी शराब भी ढेर सारी खाली बोतलों का पूरा रैक लेकर बैठा है। वह बड़े ही इत्मिनान के साथ उन खाली शीशियों में आधी अंग्रेजी वाइन और आधा पानी मिलाते नजर आ रहा है। इस तरह अगर मदिरापान अनुचित है, तो एक सरकारी ठेके में मिलावट कर मदिरा के शौकीनों की जेब हल्की करने का इंतजाम भी कतई उचित नहीं।
सोशल मीडिया में वायरल हुई यह तस्वीर कोरबा के पड़ोसी जिले जांजगीर-चांपा के पंतोरा क्षेत्र का है। पंतोरा से लगे बहार नामक जगह पर एक सरकारी मदिरा दुकान संचालित है। बताया जा रहा है कि यह मदिरालय जिस जगह पर है, वह थोड़ी वीरान और जंगली इलाके से लगा हुआ है। इसलिए इस तरह के मिलावट के खेल यह बेखौफ खेले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि वायरल हुई इस तस्वीर में रात के वक्त ठेके में ही कार्यरत एक कर्मी गोवा नामक ब्रांड के च्वाइस लिखी खाली शीशियों को आधा पानी और आधी शराब से भरकर पूरा कर रहा और वहीं रखे सील चिपकाकर सीलबंद किया जा रहा है। इस तरह के कार्य टच में रहने वाले जानकारों की मानें और यह कारनामा कोई बड़ी बात नहीं। गलत ही सही, पर हिंग लगे न फिटकरी और रंग चोखा की कहावत पेश करता यह शुद्ध मुनाफे का कारोबार काफी प्रचलित है। फिर भी, अगर वास्तव में इस तरह से मदिराप्रेमियों की सेहत का ख्याल रखकर ही सही, उनके दिल और जेब पर वार करने वालों के खिलाफ जांच-कार्यवाही होना तो लाजमी कहा ही जा सकता है।