दो गैंग वर्चस्व की लड़ाई में पुलिस को कर रहे थे बदनाम, कुसमुण्डा पुलिस ने डीजल के अवैध कारोबार पर जमकर किया प्रहार
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कोरबा, 11 नवम्बर: एसईसीएल के कुसमुंडा और दीपका खदानों में डीजल चोरी की घटनाएँ काफी समय से चल रही हैं, लेकिन हाल के दिनों में यह अवैध कारोबार संगठित न होकर दो गैंग के बीच बंट चुका है। इस बंटवारे के बाद से पुलिस के लिए इस कारोबार को खत्म करना थोड़ा आसान हो गया है, लेकिन इस दौरान बौखलाए डीजल माफिया अब पुलिस को बदनाम करने की साजिशें कर रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों में कुछ समाचार पोर्टल्स पर यह खबर प्रकाशित हुई थी कि कुसमुण्डा और दीपका क्षेत्रों में खुलेआम डीजल चोरी हो रही है। यह खबर पूरी तरह से निराधार और गलत साबित हुई। हमारी टीम ने वायरल हो रही फोटो और वीडियो की सत्यता की जांच की, तो यह पाया गया कि यह तस्वीरें दो साल पुरानी थीं और वर्तमान समय का बताकर प्रचारित की जा रही थीं। इसके पीछे उद्देश्य था पुलिस विभाग की छवि को खराब करना और जनता में भ्रम फैलाना।
*पुलिस की निरंतर कार्रवाई से माफिया में बौखलाहट*
कुसमुण्डा थाना क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से डीजल चोरी के खिलाफ पुलिस की कड़ी कार्रवाई जारी है। पुलिस की इन कार्रवाईयों के प्रभाव अब साफ नजर आने लगे हैं। कुसमुण्डा थाना प्रभारी निरीक्षक रूपक शर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें अवैध रूप से ढो रहे लगभग 800 लीटर डीजल को जप्त किया गया। इस डीजल की कीमत ₹80,000 बताई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक कोरबा, सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन में कुसमुण्डा पुलिस ने क्षेत्र में डीजल चोरी के खिलाफ एक सख्त अभियान शुरू किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यू.बी.एस. चौहान और नगर पुलिस अधीक्षक विमल कुमार पाठक के मार्गदर्शन में 10 नवम्बर की रात गश्त के दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक टेंकर बल्गी मोड़ की ओर अवैध डीजल लेकर आ रहा है।
*अवैध डीजल से भरा टेंकर पकड़ा गया*
सूचना मिलते ही कुसमुण्डा पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और टेंकर को रुकवाने के लिए नाका लगाया। हालांकि, चालक ने अंधेरे का फायदा उठाकर वाहन छोड़कर फरार होने में सफलता पाई। पुलिस ने टेंकर की तलाशी ली, जिसमें लगभग 800 लीटर डीजल पाया गया। पुलिस ने तत्परता से डीजल को जप्त कर लिया और इस मामले में इश्तगासा क्र. 09/2024 धारा 106 बीएनएसएस के तहत जांच शुरू कर दी।
इस मामले में कुसमुण्डा थाना के निरीक्षक रूपक शर्मा, प्रधान आरक्षक झाडू राम साहू, आरक्षक अमर दिवाकर, आरक्षक कैलाश कंवर और सैनिक मिथलेश कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
*पुलिस की सख्त कार्रवाई की चेतावनी*
पुलिस की लगातार कार्रवाई से डीजल माफिया बौखलाए हुए हैं और अब वे सोशल मीडिया और समाचार पोर्टल्स का इस्तेमाल करके पुलिस की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन पुलिस ने साफ कर दिया है कि वह इस तरह के अवैध कारोबार के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखेगी। कुसमुण्डा पुलिस ने भविष्य में भी ऐसे अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने और माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठाने की चेतावनी दी है।
इस घटनाक्रम के बाद से कुसमुण्डा पुलिस का मनोबल और भी बढ़ा है। वे अपनी पूरी ताकत के साथ अवैध डीजल चोरी और अन्य अपराधों को रोकने के लिए काम कर रहे हैं। इस बीच, स्थानीय नागरिकों से भी पुलिस ने अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों के बारे में पुलिस को सूचना दें, ताकि कुसमुण्डा-दीपका क्षेत्र को अपराधमुक्त बनाया जा सके।