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शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में लगाई छलांग, राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने दी बधाई

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एक्सिओम-4 ने आईएसएस के लिए भरी उड़ान

 

नई दिल्ली (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। वायुसेना के ग्रुप कैप्टन व भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने आज यानी बुधवार को इतिहास रच दिया। वह 41 वर्ष पहले लगातार आठ दिन पृथ्वी के चक्कर लगाने वाले राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में रवाना होने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्सिओम-4 मिशन पर कहा कि शुभांशु शुक्ला ने नया मील का पत्थर स्थापित किया, पूरा देश एक भारतीय की अंतरिक्ष यात्रा से उत्साहित और गौरवान्वित है। 

1.4 बिलियन भारतीयों की इच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर गए: पीएम मोदी

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम भारत, हंगरी, पोलैंड और अमेरिका के अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरिक्ष मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत करते हैं। भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बनने की राह पर हैं। वे अपने साथ 1.4 बिलियन भारतीयों की इच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर गए हैं। उन्हें और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को सफलता की शुभकामनाएं!

यह एक अद्भुत सफर है : शुभांशु शुक्ला

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा कि नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों! क्या सफर है! हम 41 साल बाद एक बार फिर अंतरिक्ष में वापस आ गए हैं। यह एक अद्भुत सफर है। हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं। मेरे कंधों पर उभरा हुआ तिरंगा मुझे बताता है कि मैं आप सभी के साथ हूं। मेरी यह यात्रा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की शुरुआत नहीं है, बल्कि भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है। मैं चाहता हूं कि आप सभी इस यात्रा का हिस्सा बनें। आपका सीना भी गर्व से चौड़ा होना चाहिए… आइये, हम सब मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करें। जय हिंद! जय भारत!

लखनऊ में पैदा शुभांशु शुक्ला इसरो-नासा समर्थित एक्सिओम स्पेस के वाणिज्यिक अंतरिक्ष यान में बुधवार को फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए रवाना हुए। शुभांशु 14 दिनों तक अंतरिक्ष में रहेंगे। एक्सिओम-4 मिशन पर शुक्ला के साथी, हंगरी से कमांडर पैगी व्हिटसन और मिशन विशेषज्ञ टिबोर कापू और पोलैंड से स्लावोज उज्नास्की-विस्नीव्स्की, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के मामले में उन्हें ऑपरेशनल-सेवी, केंद्रित और बेहद स्मार्ट बताते हैं। भारतीय वायु सेना में ग्रुप कैप्टन शुक्ला को 2019 में साथी अधिकारियों प्रशांत बालकृष्णन नायर, अंगद प्रताप और अजीत कृष्णन के साथ गगनयान मिशन के लिए भारत के अंतरिक्ष यात्री दल का हिस्सा बनने के लिए चुना गया था। गगनयान को 2027 में लॉन्च करने की योजना है। गगनयान के इन तीनों अंतरिक्ष यात्रियों को रूस के गगारिन कॉस्मोनॉट प्रशिक्षण केंद्र और बंगलूरू स्थित इसरो के अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण केंद्र में व्यापक प्रशिक्षण दिया गया।

एक्सिओम-4 मिशन अमेरिका के फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से बुधवार को सुबह 2:31 बजे ईडीटी या दोपहर 12 बजे भारतीय समय पर लॉन्च हुआ। भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भी इस मिशन का हिस्सा हैं। वह इस दल में पायलट की भूमिका निभाएंगे। चालक दल फाल्कन 9 रॉकेट लॉन्च के बाद नए स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान के जरिए परिक्रमा प्रयोगशाला (orbiting laboratory) की यात्रा करेगा। लक्षित डॉकिंग समय गुरुवार को सुबह 7 बजे ईडीटी या शाम 4 बजे भारतीय समय के अनुसार है।

 

 
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