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कबाड़ से जुगाड़,कोरबा में अनोखा प्रयोग,स्वच्छता दीदियो ने किया अजूबा,

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डिस्पोजल व प्लास्टिक की बोतलों से बनाया खूबसूरत सोफा,जिसे देखकर हर कोई है हैरान

कोरबा (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ ) : अभी तक आपने महंगे महंगे सोफा सेट, बेड, डाइनिंग टेबल और कुर्सियां के फर्नीचर देखे होंगे. जो आपके घरों की शोभा बढ़ा रहे होंगे, लेकिन क्या आपने डिस्पोजल प्लास्टिक की बोतलों से बना हुआ सोफा देखा है. अगर नहीं तो हम आपको दिखा रहे हैं, डिस्पोजल प्लास्टिक बोतलों एवं अपशिष्ट पाउच आदि के माध्यम से बना सुंदर सोफा, जिसे बनाया है दर्रीखार एस.एल.आर.एम केंद्र की स्वच्छता दीदियों ने, एस.एल.आर.एम.सेंटर में नवाचार करते हुए प्लास्टिक की खाली पानी की बोतलों व प्लास्टिक अपशिष्ट पाउच आदि के माध्यम से सुंदर सोफे का निर्माण किया है,

जिले के प्रभारी सचिव डॉ.रोहित यादव ने एस.एल.आर.एम.सेंटर के दौरे पर उक्त सोफे का अवलोकन किया, उस पर बैठे तथा इस नवाचार की प्रशंसा की, सोफा निर्माण में उपयोग की गई प्लास्टिक अपशिष्ट की जानकारी ली, जिस पर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय तिवारी ने बताया कि पानी की खाली बोतलों में सिंगल यूज प्लास्टिक पाउच व अन्य प्लास्टिक अपशिष्ट भर कर इको-ब्रिक बनाई जाती है तथा एक इको-ब्रिक बनाने में 100 वर्गफिट एरिया को कवर करने वाली सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कर लिया जाता है, इको-ब्रिक का वजन 200 ग्राम के लगभग होता है तथा उक्त सोफे में लगभग 217 इको-ब्रिक उपयोग में लाई गई हैं। उन्होने बताया कि उक्त सोफे में लगभग 43 किलोग्राम प्लास्टिक अपशिष्ट यूज हुआ है तथा इस सोफे के निर्माण में यूज किया गया सिंगल यूज प्लास्टिक 21 हजार 700 वर्गफिट एरिया को कवर कर सकता है।कोरबा शहर के पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए निश्चित ही स्वच्छता दीदियो के द्वारा किया गया कार्य प्रशंसा के योग्य है.

 

ग्राम यात्रा छत्तीसगढ़

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