भिलाई : गिफ्ट के लालच में CISF के ASI ने ऑनलाइन खरीदी के झांसे में गंवाए 5.69 लाख
आरटीसी कैंपस उतई सीआइएसएफ के एएसआइ प्रवीण चौधरी ने दर्ज कराई धोखाधड़ी की रिपोर्ट
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भिलाई। उतई के आरटीसी के एक एएसआइ ने गिफ्ट के लालच में पड़कर अपने पांच लाख 69 हजार रुपये गवां दिए। पीड़ित एएसआइ ने ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनी से टी शर्ट, चश्मा और घड़ी की खरीदी की थी। खरीदा गया सामान तो पीड़ित तक पहुंचा नहीं, उल्टे कंपनी के नाम पर ठगी करने वालों उससे संपर्क किया।
आरोपितों ने एएसआइ को अपना लकी कस्टमर बताकर महंगा गिफ्ट देने का झांसा दिया और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर पांच लाख 69 हजार रुपये की ठगी कर ली। शिकायत पर उतई पुलिस ने धोखाधड़ी की धारा के तहत अपराध दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि आरटीसी कैंपस उतई में पदस्थ सीआइएसएफ के एएसआइ प्रवीण चौधरी ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़ित ने आठ नवंबर 2017 को डील्स हब नाम की एक ऑनलाइन कंपनी से टी शर्ट, सनग्लास चश्मा और हाथ घड़ी का कौम्बो पैक 2199 रुपये में खरीदा था।
सामान बुक करने के दो दिन बात पीड़ित के पास दिल्ली के एक लैंड लाइन नंबर से फोन आया और उसे बताया गया कि वह डील्स हब कंपनी का लकी विनर चुना गया है। कंपनी की तरफ से 20 से 25 लाख रुपए का गिफ्ट और एक स्क्रैच कार्ड दिया जाएगा।
आरोपितों ने गिफ्ट में एक कार और 12 से 14 लाख रुपये का चेक देने का झांसा दिया। आरोपित ने पीड़ित को कहा कि कंपनी की ओर से होने वाली एक प्रतियोगिता में उसे हिस्सा लेना होगा। जिसके लिए उसे कुछ फीस जमा करनी होगी। पहले तो पीड़ित एएआइ प्रवीण चौधरी ने इसके लिए इनकार कर दिया, लेकिन भरोसा दिलाने पर वह इसमें भाग लेने के लिए तैयार हो गया।
पीड़ित ने पहली किस्त के रूप में 20 हजार रुपये जमा किए। इसके बाद पीड़ित को कंपनी के अलग-अलग एजेंटों का फोन आया और उससे लगातार रुपये की डिमांड की जाती रही। पीड़ित भी आरोपितों के बताए खाते में लगातार रुपये भेजता रहा। फरवरी 2018 तक पीड़ित ने आरोपितों के खाते में कुल पांच लाख 69 हजार 979 रुपये जमा कर दिए।
इसके बाद भी किसी प्रकार की प्रतियोगिता न होने पर उसने आरोपितों के नंबर पर फोन किया, लेकिन सभी नंबर बंद मिले। कंपनी की वेबसाइट पर लॉग इन करने पर वेबसाइट भी सस्पेंड मिली। कंपनी की ओर से बात करने एजेंट प्रमोद, तुषार शर्मा, धर्मीचंद और राजीव अग्निहोत्री के नंबर भी बंद मिले। इसके बाद पीड़ित एएसआइ को अपने साथ हुई ठगी का का आभास हुआ और उसने उतई थाने में शिकायत की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।