छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में आज अजीबोगरीब हालात बनते नजर आये. बीजेपी विधायकों ने आसंदी की व्यवस्था से नाराज होकर सदन से वाकआउट कर दिया.
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ध्यानाकर्षण सूचना के दौरान बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश में लचर कानून व्यवस्था का मामला उठाते हुए कहा कि पुलिस की लापरवाही से कानून व्यवस्था अस्त-व्यस्त है. रायपुर के चंगोराभाठा इलाके में एक ज्वेलरी दुकान में लूट हो गई. टिकरापारा थाने के पास से ज्वेलरी व्यवसायी के साथ लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया. गोली मारी गई. इस तरह अन्य घटनाएं भी हुई. जब राजधानी सुरक्षित नहीं है तो अन्य शहरों का क्या हाल होगा. ये अनुमान लगाया जा सकता है. राजधानी के स्कूल कॉलेजों के पास युवतियों से छेड़छाड़ की घटना में इज़ाफ़ा हुआ है.
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि सभी क्राइम की घटनाओं को कंट्रोल करने हर संभव कार्य हो रहे है. शासन के प्रति आम जनता का विश्वास बना हुआ है. लोगो में किसी प्रकार का रोष व्याप्त नही है. बृजमोहन अग्रवाल ने गृहमन्त्री से पूछा कि पूरे प्रदेश में कानून की स्थिति क्या है? मर्डर और लूट की कितनी घटनाएं हुई? इस सवाल पर सभापति ने आपत्ति जताई. विपक्ष ने आसंदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह बेहद आपत्तिजनक है. आसंदी का विपक्ष को संरक्षण मिलना चाहिए. विपक्ष ने किसी तरह का सवाल न पूछकर विरोध किया. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सदस्यों को आसंदी से अपेक्षा होती है. आसंदी की व्यवस्था के विरोध में बीजेपी विधायकों ने वाकआउट कर दिया