November 7, 2024 |

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बालको प्रबंधन की लापरवाही से हर रोज हो रही दुर्घटनाएँ

Gram Yatra Chhattisgarh
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कोरबा – बालको नगर की सड़कों की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। हर गली-मोहल्ले में मवेशियों का कब्जा हो गया है, जो सड़कों पर निर्भीक होकर घूमते रहते हैं और बैठ जाते हैं। यह स्थिति नागरिकों के लिए गंभीर खतरा बन गई है, खासकर उन बच्चों के लिए जो सुबह-सुबह स्कूल जाते हैं और कर्मचारियों के लिए जो ड्यूटी पर जाते हैं।

बालको प्रबंधन की लापरवाही इस समस्या का मुख्य कारण बनती जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बालको प्रबंधन इस गंभीर मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। मवेशियों के सड़कों पर होने से वाहन चालकों को लगातार दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है। गाय, गोबर और गोमूत्र से फिसलने के कारण वाहन चालकों और पैदल यात्रियों की जान पर बन आती है।

बच्चों के लिए स्कूल जाना किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। वे अपनी जान जोखिम में डालकर मवेशियों के बीच से होकर स्कूल जाते हैं। वहीं, कर्मचारियों को भी ड्यूटी पर जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

बालको नगर में सड़कों पर मवेशियों की मौजूदगी पूरे साल बनी रहती है, लेकिन बालको प्रबंधन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जब कभी मवेशियों को पकड़ने की कोशिश की जाती है, तो यह केवल दिखावे के लिए होता है और कुछ दिनों के बाद फिर से वही स्थिति उत्पन्न हो जाती है। यह स्पष्ट है कि बालको प्रबंधन इस समस्या के समाधान में गंभीर नहीं है।

स्थानीय लोग पूछते हैं कि इन मवेशियों का कोई मालिक क्यों नहीं है? यदि मवेशी मालिक इन्हें संभाल नहीं सकते, तो उन्हें ऐसे मवेशी पालने का अधिकार नहीं होना चाहिए। बालको प्रबंधन को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए और राज्य सरकार द्वारा बनाए गए गौठानों और गौशालाओं का सही उपयोग करना चाहिए।

यह स्पष्ट है कि बालको नगर की सड़कों पर मवेशियों का कब्जा बालको प्रबंधन की लापरवाही का परिणाम है। अगर प्रबंधन इस पर तुरंत ध्यान नहीं देता, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। बालको नगर के नागरिक अब इस समस्या का स्थायी समाधान चाहते हैं और बालको प्रबंधन को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

ग्राम यात्रा छत्तीसगढ़

 

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