छत्तीसगढ़

नि-क्षय दिवस पर गर्भवती और शिशुवती को क्षयरोग की जानकारी दिया गया

सूरजपुर । आंगनवाड़ी केन्द्र पटेल पारा ग्रामपंचायत केरता में नि-क्षय दिवस का आयोजन कर गर्भवती और शिशुवती महिलाओं को क्षयरोग की जानकारी एएनएम श्रीमती संगीता गुप्ता के द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में उपस्थित पिरामल फाऊंडेशन के राज नारायण द्विवेदी ने कहा कि गर्भावस्था में तीन बार हेल्थ चेकअप करवाना लाभकारी होता है। एक गर्भिणी का शिर से पैर के नाखून तक जांच होता है। नये निर्देश के अनुसार हर गर्भवती का टीबी का स्क्रीनिंग और यदि सम्भावित लक्षण होने पर जांच भी होना है । इसके कई फायदे हैं। गर्भावस्था एक महिला के लिए बहुत नाज़ुक समय होता है कई प्रकार की सावधानियां बरतनी पड़ती है।

महिला का सही देखभाल करने से बचा पैदा होने में सुगमता होती है इसलिए प्रसव पूर्व तैयारीयां आवश्यक है। संगीता गुप्ता ने टीबी के सामान्य लक्षणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि टीबी दो प्रकार की होती है पल्मोनरी और एक्स्ट्रा पल्मोनरी। पल्मोनरी टीबी को फेफड़े की टीबी कहते हैं और फेफड़ों को छोड़ कर अन्य भागों के टीबी को एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी कहा जाता है। बच्चेदानी की टीबी एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी के श्रेणी में आता है।

केरता और पम्पापुर में दो दो पल्मोनरी टीबी का केस है । टीबी मुक्त पंचायत के मापदंडों को देखते हुए अब तक 120 लोगों का जांच करवाना था पर दोनों पंचायत को मिला कर अभी तक 144 लोगों का जांच हो चुका है। बैठक में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, ग्रामीण महिलाएं, स्वयं सहायता समूह के सदस्य उपस्थित रहे। श्रीमती प्रमिला गुप्ता, श्रीमती रानी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता , मुनेश्वरी सिंह, फुलमनीयां सिंह, फुल कुमारी, सीमा सिंह आदि उपस्थित रहे।

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