August 2, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
कोरबा पुलिस की क्राइम मीटिंग: अपराध नियंत्रण और यातायात व्यवस्था पर जोरछत्तीसगढ़ अखबार वितरक संघ ने दी प्रदेश अध्यक्ष विनोद सिन्हा को श्रद्धांजलिखुशखबरी:महिलाओं को महतारी वंदन योजना की 1-1हजार रुपये की राशि जारीबालोद जिले के पेट्रोल पंपों में बिना हेलमेट के दो पहिया वाहन चालकों को नही मिलेगा पेट्रोलबालको की पहल से कृषि में आया बदलाव, पैदावार में वृद्धि और लागत में कमीबने खाबो बने रहिबो सघन जांच एवं जागरूकता अभियानकोरबा में भू-माफिया का नया खेल! कूट रचना कर हड़प रहा है गैर-आदिवासी की जमीन, तीन FIR के बाद भी बेलगाम चेतन चौधरीकेंद्रीय जलशक्ति मंत्री से मिले सीएम साय, बोधघाट परियोजना पर हुई चर्चाकोरबा : महिला मंडल सेवा समिति द्वारा पंडित रविशंकर शुक्ल नगर मे सावन उत्सव की रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्नपीएम मोदी कल करेंगे पीएम किसान सम्मान निधि के 20वीं किश्त का अंतरण
छत्तीसगढ़

नगरीय चुनाव दलीय आधार पर न कराने पर भी विचार उपसमिति की बैठक कल, एक्ट में बदलाव पर फैसला

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रायपुर। पंचायत चुनाव की तरह नगरीय निकाय के चुनाव दलीय आधार पर नहीं करने पर भी विचार हो रहा है। इस पर कैबिनेट उपसमिति की बैठक में चर्चा हो सकती है। बताया गया कि सरकार कैबिनेट उपसमिति की अनुशंसा पर कोई फैसला लेगी।
हालांकि सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव दलीय आधार पर ही होंगे। फिर भी उपसमिति की अनुशंसा पर ही कोई फैसला लिया जाएगा। बताया गया कि मोटे तौर पर एक बात साफ हो चुकी है कि महापौर-अध्यक्ष के चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली के जरिए होगा। यानी पार्षद ही महापौर अथवा अध्यक्ष का चुनाव करेंगे।
अविभाजित मध्यप्रदेश में वर्ष-1994 के चुनाव में भी इसी तरह की प्रणाली अपनाई गई थी। उस वक्त एक और भी बदलाव किया गया था दिग्विजय सिंह सरकार ने अंतिम समय में चुनाव को दलीय आधार पर नहीं कराने का फैसला लिया था। यह निर्णय तब हुआ था जब चुनाव चिन्ह का वितरण हो चुका था। इसके चलते निर्दलीय चुनाव लडऩे वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की गई थी। बाद में वर्ष-1999 में बदलाव आया और महापौर-अध्यक्ष का चुनाव सीधे होने लगा और दलीय आधार पर किया गया। तब से अब तक पुरानी व्यवस्था लागू है।
सूत्रों के मुताबिक उपसमिति चुनाव को दलीय आधार पर नहीं करने पर भी चर्चा कर सकती है। इसको लेकर अलग-अलग स्तरों पर सुझाव भी दिए गए हैं। वैसे भी जिला और जनपद के चुनाव दलीय आधार पर नहीं होते हैं। कुछ इसी तरह की व्यवस्था इसमें भी अपनाने पर विचार हो रहा है। उपसमिति की बैठक में तमाम बिंदुओं पर विचार कर एक्ट में बदलाव को लेकर अनुशंसा की जाएगी। इसके बाद कैबिनेट की बैठक में अध्यादेश लाकर चुनाव कानून में बदलाव किया जाएगा।

Related Articles

Check Also
Close