ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद चूना पत्थर खदान को लेकर जनसुनवाई स्थगित

बिलाईगढ़ । चूना पत्थर खदान को लेकर की जा रही जनसुनवाई ग्रामीणों की जनाक्रोश के बीच स्थगित हो गई। प्रभावित 5 गांव के ग्रामीण लगातार खदान के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। जनसुनवाई के अंतिम दौर तक ग्रामीणों का विरोध चल ही रहा था मौके की नजाकत में एसडीएम को मजबूरन जनसुनवाई निरस्त का लिखित आश्वासन देना पड़ा।
दरसल सारँगढ़-बिलाईगढ़ जिले के कपिस्दा – ब में सोमवार को शासन-प्रशासन पूरी तैयारी के साथ जनसुनवाई करने पहुँचे। लाइमस्टोन यानी चूना पत्थर खदान खोलने को लेकर लगभग 500 एकड़ भूमि अधिग्रहण की जानी थी।
लेकिन पिछले 1 माह से प्रभावित 5 गांव के ग्रामीण लगातार जनसुनवाई निरस्त करने शासन-प्रशासन से माँग करते आ रहे थे। शासन-प्रशासन ग्रामीणों की मांग पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कि।
जिससे ग्रामीणों की आक्रोश और बढ़ गई। लिहाजा सोमवार 17 नवम्बर को भारी पुलिस बल की तैनाती और आला अधिकारीयों की मौजूदगी में जनसुनवाई की कोशिश जारी रही. लेकिन कोशिश नाकाम हो गई।
जहाँ शासन-प्रशासन को ग्रामीणों का भारी जनाक्रोश का सामना करना पड़ा। पुलिस और ग्रामीणों के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली। जनसुनवाई स्थल से कोसों दूर हजारों महिला,पुरुष और बच्चे जनसुनवाई निरस्त करने की माँग को लेकर प्रदर्शन पर डटे रहे।
लिहाजा जनसुनवाई को स्थगित करनी पड़ी । अंतिम दौर में एसडीएम वर्षा बंसल मौके की नजाकत को देखते हुए ग्रामीणों के बीच पहुँची और ‘जनसुनवाई निरस्त की’ एक लिखित आश्वासन दी जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए।
ऐसे में अब बड़ा सवाल है? कि एसडीएम द्वारा निरस्त की लिखित आश्वासन को वास्तव में निरस्त माना जायेगा या फिर शासन इसे सम्पन्न बताकर आगे बढ़ेगा।

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