
कोरबा/दीपका। दीपका थाना क्षेत्र में चोरी की नीयत से घूम रहे एक चोर गिरोह की बड़ी गतिविधि बुधवार रात उजागर हुई। ग्रामीणों की सतर्कता से मामला सामने आया, लेकिन चोरों ने मौके की नज़ाकत भांपते ही बोलेरो वाहन सहित ड्राइवर समेत सभी आरोपी फरार हो गए। घटना ने एक बार फिर इलाके में कुख्यात राजा खान गैंग के सक्रिय होने की आशंका को मजबूत कर दिया है।
ग्रामीणों को ऐसे हुआ शक — बोलेरो में लोड किए जा रहे थे चार भारी डिब्बे
जानकारी के मुताबिक घटनास्थल के पास मौजूद ग्रामीण लोगो ने — डीजल चोर शशि केशला, नज़ीर खान (नुनबिर्रा), बिरास जावली, सलिख राम, अजय दास और राजेंद्र पटेल — को एक बोलेरो वाहन में संदिग्ध स्थिति में खड़ा देखा। वाहन में दो डिब्बा 35–35 के और दो डिब्बा 25–25 के लोड किए जा रहे थे।
डिब्बों का वजन और उन्हें लोड करने का तरीका देखकर ग्रामीणों ने तुरंत शक जताया कि यह मामला चोरी और अवैध समान की ढुलाई से जुड़ा हो सकता है। जैसे ही ग्रामीणों ने ड्राइवर और दो युवकों से पूछताछ की कोशिश की, तीनों घबराए और बिना कुछ बोले बोलेरो स्टार्ट कर भाग निकले।
ग्रामीण बोले—“ये लोग चोर थे, रंगे हाथों पकड़े जाने से पहले भाग गए”
ग्रामिणों ने साफ कहा है कि—
“ये लोग चोरी करने आए थे। बॉक्स में क्या था समझ नहीं आया, लेकिन तरीका बिल्कुल चोरों वाला था। जैसे ही हम लोग पहुँचे, ड्राइवर समेत पूरा गिरोह भाग गया।”
ग्रामीणों की यह बात पुलिस की प्रारंभिक जांच से भी मेल खा रही है, क्योंकि चार भारी डिब्बों की प्रकृति संदिग्ध है और घटनास्थल पर चोरी की नीयत से आने का स्पष्ट संकेत मिलता है।
राजा खान गैंग की गतिविधि होने की आशंका
इस घटना ने पुलिस को भी सतर्क कर दिया है, क्योंकि इलाके में पहले से सक्रिय रहा राजा खान गैंग इसी तरह की चोरी, अवैध कारोबार और गुप्त ढुलाई की घटनाओं में शामिल रहा है।
सालों से गैंग जिले के कई इलाकों में चोरी, नकली माल की सप्लाई और नशीले पदार्थों के अवैध परिवहन में लिप्त रहा है।
पुलिस को शक है कि यह बोलेरो गिरोह भी किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
फुल नाकेबंदी—फिर भी बोलेरो का कोई अता-पता नहीं
घटना की सूचना मिलते ही दीपका पुलिस ने आसपास के सभी रास्तों पर नाकेबंदी करवाई। कई गांवों और संदिग्ध ठिकानों में दबिश दी गई।
लेकिन बोलेरो वाहन, उसका चालक और साथ में मौजूद दोनों युवक अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
पुलिस का कहना है—
“ड्राइवर समेत तीनों आरोपी फरार हो गए हैं। उनकी पहचान करने और उनके छिपने के स्थान का पता लगाने के लिए टीमें लगा दी गई हैं।”
मुख्य सरगना तक पुलिस क्यों नहीं पहुँच पा रही ?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि यह गैंग वाकई राजा खान नेटवर्क से जुड़ा है तो पुलिस अभी तक उसके मुख्य सरगना राजा खान को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पाई?
इलाके के लोग पूछ रहे हैं कि हर घटना के बाद उसकी गैंग तो सामने आती है, लेकिन मुख्य आरोपी हमेशा पुलिस की पकड़ से बाहर क्यों रह जाता है?
पुलिस अधिकारियों का जवाब सिर्फ इतना —
“हम प्रयास कर रहे हैं। नेटवर्क बड़ा है और लोकेशन बार-बार बदलता है। जल्द महत्वपूर्ण सफलता मिलेगी।”
ग्रामीणों में बढ़ा डर, सुरक्षा की मांग तेज
घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि चोर गिरोह यदि इसी तरह सक्रिय रहा तो गांवों में रात को बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा। ग्रामीणों ने पुलिस से रात्रि गश्त बढ़ाने, संदिग्ध वाहनों की जांच तेज करने और गैंग के मुख्य आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है।
जांच जारी—डिब्बों की प्रकृति भी जांच का बड़ा विषय
फिलहाल पुलिस उन डिब्बों की प्रकृति, बोलेरो के नंबर की जानकारी, और तीनों फरार चोरों की पहचान में लगी हुई है।
लेकिन जब तक इस मामले का मुख्य मास्टरमाइंड पकड़ा नहीं जाता, तब तक क्षेत्र में सुरक्षा पर सवाल बने रहना तय है।

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