सुकमा । छत्तीसगढ़ शासन की “नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति 2025” एवं “नियद नेल्ला नार” योजना से प्रभावित होकर कुल 27 सक्रिय माओवादियों, जिनमें 10 महिलाएँ और 17 पुरुष शामिल हैं, ने आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में आत्मसमर्पण किया। इनमें से कुल ₹50 लाख के इनामी माओवादी भी शामिल हैं।
₹50 लाख के थे इनामी
आत्मसमर्पितों में पीएलजीए बटालियन नंबर 01 के 2 हार्डकोर माओवादी, 1 सीवायसीएम, 15 पार्टी सदस्य एवं 11 अग्र संगठन से जुड़े सदस्य हैं। सबसे अधिक ₹10 लाख का इनामी माओवादी ओयाम लखमू है, जबकि अन्य पर ₹8 लाख, ₹3 लाख, ₹2 लाख और ₹1 लाख के इनाम घोषित थे।
आत्मसमर्पण कार्यक्रम में एसपी किरण चव्हाण, डीआईजी ऑफिस सुकमा के द्वितीय कमान अधिकारी सुरेश सिंह पायल, सीआरपीएफ व कोबरा बटालियन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
आत्मसमर्पितों ने बताया कि बाहरी माओवादियों के अत्याचार, भेदभाव और हिंसक विचारधारा से तंग आकर उन्होंने मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। सभी को शासन की नई पुनर्वास नीति के तहत ₹50,000 प्रोत्साहन राशि एवं अन्य सुविधाएँ प्रदान की जाएँगी।
इस आत्मसमर्पण से सुकमा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है और क्षेत्र में शांति स्थापना की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

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