कटघोरा। तीन दिन पहले कसनिया गांव में हुई भयावह फायरिंग के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड शक्ति सिंह को रायपुर से दबोच लिया है। शक्ति दास भाजपा कोसाबाड़ी मण्डल में जुलाई महीने में ही मंत्री बनाया गया था, तब से ही इसके हौसले बुलंद थे। साइबर सेल और कटघोरा पुलिस की संयुक्त टीम ने तेज़ी से छापेमारी कर आरोपी को हिरासत में लिया — जिससे अब तक गिरफ्तार आरोपियों की संख्या चार पहुँच चुकी है और पूरा नेटवर्क फँसने की उम्मीद तेज हो गई है। यह पूरा विवाद एक प्रेस संबंध के बाद शुरू हुआ, कानूनी तरीके से दोनों पक्ष लगातार कोशिशों के दौर जारी रखे हुए थे वहीं शक्ति ने अपनी छोटी मानसिकता का परिचय देते यह कायराना हरकत करा डाली। इसके बाद उसने अपने इंस्टाग्राम में इस घटना की जिम्मेदारी भी ली।
- मुख्य आरोपी: शक्ति सिंह — रायपुर से हिरासत में।
- पहले गिरफ्तार: यूपी के शूटर दुर्गेश पांडे, कोरबा के आशीष जांगड़े व हर्ष सिंह, और एक सहयोगी जिसने भगाने में मदद की।
- वाकया: बाइक सवार दो हमलावरों ने बंद घर व दुकान पर दो राउंड फायरिंग की; स्थल से खाली कारतूस बरामद।
- मंसूबा बदलवा गया: पहले तोफिक के पैर में गोली मारने का ठेका था — बाद में पूरा कांट्रैक्ट घर पर फायरिंग कराने का कर दिया गया।
- सुपारी अमाउंट: चौंकाने वाली बात — यह सब केवल ₹10,000 में कराया गया।

रायपुर की धरपकड़ ने पुलिस के तंत्र की साख को बल दिया है — शक्ति सिंह की गिरफ्तारी ने मामले की जटिल परतें खोलने का रास्ता साफ कर दिया है। पूछताछ के दायरे से आने वाले खुलासों से इलाके में खड़ी साजिश की परतें उतरने की उम्मीद है।

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