छत्तीसगढ़

बिलासपुर : विधायक शैलेश पांडेय की उपेक्षा कर गणतंत्र दिवस में तखतपुर विधायक रश्मि सिंह द्वारा ध्वजारोहण करने की चर्चा

Spread the love
Listen to this article

बिलासपुर | नाराजगी और गुटबाजी तब तक जायज लगती है जब तक चुनाव न सम्प्पन्न हो जाए चुनाव जीतने के बाद जनता के बम्फर वोट के बाद अगर उनके क्षेत्र के विधायक की उपेक्षा उसी सरकार के द्वारा की जाएगी तो इसका खामियाजा सत्तारूढ़ पार्टी को भुगतना ही पड़ेगा | बिलासपुर शहर के वर्तमान विधायक शैलेश पाण्डेय जिन्होंने 4 बार के विधायक और 3 बार के मंत्री अमर अग्रवाल को चुनाव में करारी शिकस्त दी उनको भले ही मंत्री न बनाया गया हो पर वे हैं तो जनता के चुने हुवे विधायक उनका अपमान तो जनता का अपमान है | ध्वाजारोहण करने से कोई महान नही बनता लेकिन बिलासपुर शहर के ढाई लाख वोटरों ने अपना वोट उन्हें इसलिए दिया है ताकि वे उनका प्रतिनिधित्व कर सके लेकिन ध्वजारोहण तखतपुर के विधायक को बिलासपुर बुला कर उन्हें मुख्यातिथि बनाना कंहा का न्याय है | इस घटना से आप भले ही उन्हें छोटा दिखाने की कोशिश कर रहे हो | लेकिन कांग्रेस पार्टी को ये समझना चाहिए कि, सामने लोकसभा चुनाव है इस हरकत का जवाब उन्हें बिलासपुर की जनता चुनाव में बखूबी दे सकती है ये कतई नही भूलना चाहिए कि, रायपुर शहर के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर 27 जिलों में बिलासपुर ही है | ये कोई पहली घटना तो है नही जिसे नजरअंदाज कर दिया जाए | जिला अध्यक्ष का सरेआम विधायक का हाथ पकड़ना, कुर्सी न देना इन सबका क्या नतीजा निकलेगा ये बात शायद कांग्रेस पार्टी या तो भूल गई है या उन्हें पता नही है | जीत के जश्न में इतना मत मग्न होइए की आप ये तक भूल जाए कि वो सिर्फ आपकी पार्टी का एक छोटा सा विधायक नही बल्कि 7 विधानसभा सीट वाले सबसे बड़े जिले का विधायक है | 26 जनवरी में अभी भी वक्त है मौका रहते यदि इस गलती को कांग्रेस सुधार सकती है तो शायद जनता के आक्रोश से बच सकती है.. नही तो एक बार फिर बिलासपुर की जनता ये सोचने को मजबूर हो जाएगी कि, क्या ये ही दिन देंखने के लिए 20 साल बाद काँग्रेस को मौका दिया था |

 
HOTEL STAYORRA नीचे वीडियो देखें
Gram Yatra News Video

Live Cricket Info

Related Articles

Back to top button