February 7, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
आचार्य विद्यासागर ने एक नए विचार और नए युग का प्रवर्तन किया : अमित शाहमहिला वकील को डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर ठगों ने ऐंठे 41 लाखप्रेमिका से मिलने पहुंचा युवक हुआ लापता, हत्या की आशंका…करोड़ों के सफाई घोटाले का आरोपी राजू जायसवाल करवा रहा लकड़ी चोरी! कक्का के ड्राइवर ने खोला राज, ट्राली पर लिखा था – “नगर पालिक निगम कोरबा” ताकि किसी को न हो शककांग्रेस के पूर्व सभापति सोनी उद्योग मंत्री के विकास कार्यों के हुए मुरीद, भरे मंच से तारीफों के पुल बांध रहे, देखे वीडियोकांग्रेस ने 24 बागी नेताओं को पार्टी से निकालाढीठ हो गए हैं हाथी: सायरन हो रहा बेअसर, केंदई रेंज में तोड़े घरबिलाईगढ़ में नामांकन रद्द कराने को लेकर मारपीट, दोनों पक्षों पर FIR दर्जनौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगीसीमांकन के बाद नकटा तालाब पर अवैध अतिक्रमण करने वालो पर की गई कार्यवाही
छत्तीसगढ़

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में बीएसपी की भी सहभागिता

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

भिलाई । 182 मीटर ऊंची दुनिया की सबसे बड़ी सरकार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा में बीएसपी की भी सहभागिता है। सेल ने 50 प्रतिशत स्टील की आपूर्ति की है, जिसकी चमक दुनिया देख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के प्रथम उप-प्रधानमंत्री और ‘लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के 143वें जन्मदिवस पर उनकी स्मृति में बनी 182 मीटर ऊंची इस प्रतिमा को देश को समर्पित किया।
इसके साथ ही स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बन गई। सेल ने देश के लौह पुरुष की याद में बनने वाली इस प्रतिमा के लिए लगभग 24 हजार मीट्रिक टन की कुल स्टील की आपूर्ति की गई।
प्रतिमा को सुदृढ़ बनाने और मजबूती प्रदान करने के लिए सेल के रीइन्फॉर्सड (सुदृढ़) स्टील जैसे टीएमटी इत्यादि के साथ-साथ सेल के स्मार्ट स्ट्रक्चरल और प्लेट का भी इस्तेमाल किया गया है।
‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी सरदार सरोवर बांध के पास बनाया गया है। इस बांध का भी लोकार्पण पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इस बांध के निर्माण के लिए सेल ने कुल इस्तेमाल किए गए स्टील की लगभग 85 प्रतिशत (करीब 85,000 मीट्रिक टन) आपूर्ति की थी। उल्लेखनीय है कि यह स्मारक सरदार सरोवर बांध से 3.2 किमी की दूरी पर साधू बेट नामक स्थान पर है।
– सेल परिवार गौरवान्वित है कि हमें देश की इस वैश्विक उपलब्धि और ऐतिहासिक विरासत का हिस्सा बनने का अवसर मिला। सेल देश के इस्पात निर्माण का काम अपने उत्पादन के 60 सालों से लगातार निभाता आ रहा है। शायद ही राष्ट्रीय महत्व की कोई परियोजना होगी, जिसमें सेल स्टील का इस्तेमाल न हुआ हो। – अनिल कुमार चौधरी, चेयरमैन, सेल

gramyatracg

Related Articles

Check Also
Close