December 2, 2024 |

NEWS FLASH

Latest News
बालको ‘सुरक्षा संकल्प’ के 3 वर्ष पूरे, सुरक्षा संस्कृति को मिली मजबूतीराज्यपाल रमेन डेका से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सौजन्य भेंट कीलोहे का एंगल लदा ट्रक दुर्घटनाग्रस्त, चालक की मौके पर मौतकोरबा में अवैध भंडारित 178 बोरा धान पर हुई जब्ती की कार्यवाहीबिलासपुर में 17 व जीपीएम में 10 सीटों पर होगा जिला पंचायत चुनावयुवक-युवती परिचय सम्मेलन से संसाधन और समय की होती है बचत : अरुण सावराज्यपाल ने राज भवन स्टाफ के साथ देखी साबरमती रिपोर्टरेत की खुलेआम चोरी, माइनिंग विभाग मौन: खनिज संपदा की लूट को मिली खुली छूटरेत की खुलेआम चोरी, माइनिंग विभाग मौन: खनिज संपदा की लूट को मिली खुली छूटजयपुर में सितार वादकों के समूह के साथ तबले पर संगत करेंगी शहर की पूनम
छत्तीसगढ़राजनीती

छिपा हुआ पत्ता बसपा, 3 सीटें भी आईं तो हो  सकता है समीकरण प्रभावित

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

अनिरुद्ध दुबे
रायपुर। चुनाव परिणाम आने हफ्ते भर का समय शेष रह गया है। हर तरफ चर्चा भाजपा, कांग्रेस एवं जोगी कांग्रेस पर ही केन्द्रित नजर आ रही है, लेकिन एक पत्ता ऐसा भी है जो हर बार की तरह इस बार भी छिपा हुआ है। वो है बहुजन समाज पार्टी। बसपा, छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस एवं भाकपा ने मिलकर इस बार 90 सीटों पर चुनाव लड़ा। जोगी कांग्रेस के 55, बसपा के 33 एवं भाकपा के 2 प्रत्याशी मैदान में थे। चुनाव होने के बाद कौन पार्टी कितनी सीटें लेगी वाली चर्चा भाजपा, कांग्रेस एवं जोगी कांग्रेस तक ही सीमित नजर आती रही है। बसपा का जिक्र कहीं-कहीं पर ही होते दिखता है। बसपा की दो से तीन सीटों पर जीतने की प्रबल संभावना बताई जा रही है। विशेषकर बसपा से जुड़ेे लोग चन्द्रपुर, पामगढ़, अकलतरा, जैजैपुर, जांजगीर चाम्पा एवं मस्तूरी सीटों को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रहे हैं। बसपा से तीन बार के विधायक रह चुके दाऊराम रत्नाकर कहते हैं- छत्तीसगढ़ पर बसपा सूप्रीमो मायावती की पूरी नजर है। आगे जनता कांग्रेस, बसपा एवं भाकपा का गठबंधन सरकार बनाने में निर्णायक भूमिका निभाएगा।
उल्लेखनीय है कि बसपा ऐसी पार्टी रही है जिसकी एक या दो सीट के रूप में दबे पांव विधानसभा में हाजरी होती रही है। 2003 में सारंगढ़ से कामदा जोल्हे बसपा विधायक थीं। 2003 में बसपा की टिकट पर अकलतरा से सौरभ सिंह एवं पामगढ़ से दूजराम बौद्ध चुनाव जीते। वहीं 2013 में जैजैपुर से केशव चंद्रा बसपा की टिकट पर चुनाव जीतकर आए थे। माना यह जा रहा है छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली बार बसपा ने ज्यादा मजबूती के साथ 2018 का चुनाव लड़ा है। यही कारण है कि बसपा से जुड़े नेता दो से तीन सीटों पर अपनी जीत काफी आसान मान रहे हैं। उनके हिसाब से जीत का आंकड़ा तीन से ऊपर जा सकता है, लेकिन उससे कम नहीं। यदि बसपा, जनता कांग्रेस मिलकर चार या पांच सीट भी ले आते हैं और भाजपा-कांग्रेस का आंकड़ा कहीं 45 के भीतर जाकर सिमट जाता है तो गठबंधन निर्णायक भूमिका अदा कर सकता है।

gramyatracg

 

नमस्कार

मैंने भारत को समृद्धि एवं शक्तिशाली बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान के तहत प्राथमिक सदस्यता ग्रहण कर ली है।
आप भी भाजपा सदस्य बन विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के साथ जुड़ सकते हैं।

https://narendramodi.in/bjpsadasyata2024/VUXFHF

#BJPSadasyata2024

Related Articles

Check Also
Close