भैरमगढ़ मुठभेड़ में घायल जवानों को रायपुर लाया गया

बीजापुर। जिले में सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता मिली है। पश्चिम बस्तर डिवीजन क्षेत्र में चली मुठभेड़ में कुल 12 माओवादी कैडरों को ढेर कर दिया गया, जबकि तीन घायल जवानों को इलाज के लिए रायपुर लाया गया है। यह मुठभेड़ भैरमगढ़ इलाके के घने जंगलों में हुई, जहां नक्सलियों की PLGA कंपनी क्रमांक 02 सक्रिय बताई जाती थी।
सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई को हाल के वर्षों की सबसे बड़ी एंटी-नक्सल ऑपरेशनों में से एक माना जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, घायल जवानों को तुरंत रायपुर शिफ्ट किया गया, जहां उनका इलाज पचपेड़ी नाका स्थित एक निजी अस्पताल में जारी है।
डॉक्टरों ने बताया कि जवानों को हाथ और पैर में गोली लगी थी, लेकिन उनकी स्थिति फिलहाल खतरे से बाहर है। समय पर उपचार मिलने की वजह से उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। मुठभेड़ स्थल से PLGA कंपनी क्रमांक 02 के कमांडर और कुख्यात माओवादी DVCM मोडियामी वेल्ला का शव भी बरामद हुआ है।
वेल्ला पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 8 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, वेल्ला कई बड़ी नक्सली वारदातों का मास्टरमाइंड रहा है और दहशत फैलाने वाली गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाता था।
उसके मारे जाने को सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, क्योंकि इससे नक्सलियों के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। वहीं, मुठभेड़ के बाद मौके से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं।
बरामद हथियारों में LMG मशीन गन, AK-47 राइफलें, SLR राइफलें, INSAS राइफलें और .303 राइफल शामिल हैं। इन हथियारों की मौजूदगी से यह साफ होता है कि नक्सली बड़ी हमले की योजना बना रहे थे,
लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता की वजह से उनकी योजना धरी की धरी रह गई। अभी तक बाकी माओवादियों के शवों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।

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