
कोरबा | ग्राम यात्रा न्यूज़ नेटवर्क
रविशंकर नगर में बीएलओ के काम में लगातार दखल देने, धमकाने और शासकीय कार्य रुकवाने के आरोपों पर गुरुवार को भाजपा नेता अजय विश्वकर्मा को एसडीएम सरोज महिलांगे द्वारा दी गई कड़ी फटकार कोई एक-दिन की घटना नहीं थी।
यह उस लगातार चल रही हरकतों का परिणाम था, जिसे ग्राम यात्रा न्यूज़ पहले ही कई बार उजागर कर चुका है।
एसडीएम ने मौके पर जिस कड़ाई से उसे चेतावनी दी, वह दरअसल कई दिनों से शिकायतें मिलने के बाद “अंतिम शब्दों की मार” थी।
और खास बात—
उसी दिन अजय विश्वकर्मा को दो-दो जगह फटकार लगी। एक महिला आयोग में, दूसरी एसडीएम के निरीक्षण के दौरान।
बीएलओ को लगातार परेशान कर रहा था—यही वजह बनी एसडीएम की कड़ी कार्रवाई
वार्ड 155, 157, 168 और 169 में चल रहे SIR कार्य के दौरान बीएलओ कई दिन से परेशान थे।
अजय विश्वकर्मा—
- घर-घर सर्वे रोकता
- फॉर्म कलेक्शन में दखल देता
- “यहीं बैठो, ऐसे काम करो” की मनमानी करता
- ऊँची आवाज़ में धमकियाँ देता
- जनता के सामने कर्मचारियों की बेइज्जती करता
बीएलओ की शिकायत के बाद ही एसडीएम मौके पर पहुँचे थे।
और मौके पर भी वही हरकत देखकर उन्होंने नेता की “अकड़” को वहीं चकनाचूर कर दिया।

महिला आयोग में भी मिली फटकार—संवेदनशील मामले की रिकॉर्डिंग करते पकड़ा गया
गुरुवार को ही महिला आयोग में एक संवेदनशील मामले की सुनवाई चल रही थी।
वहाँ भी अजय विश्वकर्मा मोबाइल से वीडियो रिकॉर्डिंग करता पकड़ा गया, जो पूरी तरह प्रतिबंधित है।
महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमई नायर ने तत्काल आपत्ति जताई और आदेश दिया—
“रिकॉर्डिंग डिलीट करो—यह गंभीर उल्लंघन है।” स्टाफ को बोलकर तुरंत सामने वीडियो डिलीट करवाया गया साथ ही अगली बार गलती न दोहराने की हिदायत दी गई।
यह दूसरा मंच था, जहाँ उसी दिन उसे शब्दों की कड़ी मार झेलनी पड़ी।

ग्राम यात्रा का पुराना खुलासा फिर सच निकला—दूसरे वार्ड का निवासी होकर भी बना दिया पार्षद प्रत्याशी
ग्राम यात्रा न्यूज़ नेटवर्क ने ही यह खुलासा किया था कि—
- अजय विश्वकर्मा दूसरे वार्ड का निवासी था
- फिर भी कुछ नेताओं को भ्रमित कर भाजपा से पार्षद प्रत्याशी बन गया
- जीतने के लिए पार्टी लाइन छोड़कर कांग्रेस से हाथ मिला लिया
- लेकिन जनता ने जवाब दिया—
निर्दलीय प्रत्याशी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की, अजय विश्वकर्मा बुरी तरह हार गया
उस हार के बाद से यह लगातार वार्ड 26 में व्यवधान उत्पन्न करने की कोशिश कर रहा है।
आज जो फटकार मिली, वह उसकी लगातार चली आ रही गतिविधियों का ही परिणाम है।
पार्टी को मजबूत करने में जुटे जिलाध्यक्ष, महापौर और मंत्री—पर ऐसे नेता कर रहे हैं छवि खराब
कोरबा में जहां—
- युवातुर्क जिलाध्यक्ष गोपाल मोदी,
- ऊर्जावान महापौर संजू देवी राजपूत,
- और कैबिनेट मंत्री व नगर विधायक लखनलाल देवांगन
पार्टी को मजबूत करने और कोरबा के विकास को नया चेहरा देने में जुटे हैं…
वहीं उसी पार्टी के नेता अजय विश्वकर्मा जैसी हरकतें कर शासकीय कार्य में बाधा डालकर जनता में खराब संदेश दे रहे हैं।
बीएलओ धमकियाँ झेलें, जनता परेशान हो, प्रशासन अपमानित हो—
यह किसी भी जिम्मेदार राजनीतिक दल के लिए खतरे की घंटी है।
अब बड़ा सवाल—क्या भाजपा ऐसे नेताओं पर कार्रवाई करेगी या फिर नजरअंदाज ?
एसडीएम की फटकार, महिला आयोग की चेतावनी, और लगातार बढ़ती शिकायतें—
सब मिलकर यह संकेत दे रही हैं कि मामला अब “सिर्फ चेतावनी” से आगे का है।
क्या भाजपा ऐसे नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी ?
या फिर पार्टी की मेहनत और जनता में बनी छवि को ऐसे लोग बार-बार नुकसान पहुंचाते रहेंगे?
कोरबा की जनता, प्रशासन और राजनीति—
सभी की नजर अब इसी निर्णय पर टिकी है।
ग्राम यात्रा न्यूज़ नेटवर्क क्यों खड़ा है अलग ?
क्योंकि हम वही दिखाते हैं जिसे जनता महसूस कर रही है।
हम वहीं सवाल उठाते हैं जिन्हें बाकी मीडिया अनदेखा कर देता है।
और हम उन्हीं नेताओं की करनी सामने लाते हैं—
जो सत्ता और सिस्टम पर बोझ बने बैठे हैं।
ग्राम यात्रा फिर साबित करता है—
हमेशा सच के साथ। हमेशा जनता के साथ।

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