कोरबा रेलवे मे घंटों खड़ी रही मालगाड़ी थमा यातायात, स्कूल बच्चे, ट्रेनिंगार्थी और कर्मचारी हुए परेशान

कोरबा। आज सोमवार सुबह शहर का यातायात पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया, जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी परिसर में कोयला लेकर पहुंची एक मालगाड़ी लंबी अवधि तक खड़ी रही। इससे CSEB चौक, ट्रांसपोर्ट नगर, शारदा विहार चौक सहित कई इलाकों में जबरदस्त जाम की स्थिति बन गई।
मालगाड़ी के कारण मुख्य मार्ग अवरुद्ध होने से स्कूल जा रहे बच्चे, ट्रेनिंग के लिए निकलने वाले युवा और नौकरीपेशा लोग घंटों सड़क पर फंसे रहे।
आज सुबह करीब 7 बजे से ही जाम की शुरुआत हुई और देखते ही देखते वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। शहर के विभिन्न इलाकों में यातायात इतना धीमा हो गया कि कुछ लोग वहीं रुककर इंतजार करते रहे, जबकि कई लोग अपने समय पर पहुंचने की कोशिश में परेशान होते रहे। विशेषकर उन मार्गों पर भारी अव्यवस्था फैल गई, जहां केवल एक ही रास्ता उपलब्ध था और सभी वाहन उसी दिशा से आने-जाने लग गए।
स्कूल बच्चे सबसे अधिक परेशान
शारदा विहार निवासी राजेश कुमार ने बताया कि उनके बच्चे की स्कूल बस लगभग आधे घंटे तक चौक में ही जाम में फंसी रही। उन्होंने कहा, “बच्चा बस में बैठा-बैठा परेशान हो गया। कई स्कूल बसें वहीं अटकी थीं और बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच सके।”

ट्रेनिंगार्थियों को हुई भारी असुविधा
ट्रांसपोर्ट नगर के युवक अमित सिंह ने बताया कि जाम के कारण उनकी ट्रेनिंग छूट गई।
“मैं समय से पहले निकला था, लेकिन शारदा विहार चौक पर इतनी भीड़ थी कि वाहन हिल भी नहीं पा रहे थे। करीब 40–45 मिनट सड़क पर ही खड़े रहना पड़ा।”
कर्मचारी भी समय पर नहीं पहुंच पाए दफ्तर
CSEB चौक से गुजरने वाले कई कार्यालय कर्मियों को भी जाम का खामियाजा भुगतना पड़ा। कर्मचारी सविता मिश्रा ने बताया,
“मालगाड़ी खड़ी होने से दोनों तरफ से वाहन जमा होते चले गए। सामान्य दिनों की तुलना में आज दोगुना ट्रैफिक था, ऑफिस पहुंचने में लगभग एक घंटा अधिक समय लग गया।”
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी स्थिति अक्सर बनती है, लेकिन मंगलवार को जाम अत्यधिक बढ़ गया, क्योंकि एक ही मार्ग पर हजारों वाहन एक साथ फंस गए। कई दोपहिया और चारपहिया वाहन आपस में जमे रहे, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन की चुनौती
यातायात पुलिस के अनुसार, मालगाड़ी के अचानक रुक जाने से स्थिति बिगड़ी। अधिकारी ने बताया,
“अतिरिक्त पुलिस बल लगाकर यातायात को सुचारू करने का प्रयास किया गया। रेलवे से समन्वय बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा जा रहा है, ताकि ऐसी स्थितियों से समय रहते निपटा जा सके।”
स्थानीय नागरिकों ने रेलवे और नगर प्रशासन से मांग की है कि मालगाड़ियों के मूवमेंट का समय निर्धारित किया जाए, वैकल्पिक मार्गों का विकास किया जाए और ट्रैफिक प्रबंधन को और मजबूत बनाया जाए, ताकि प्रतिदिन होने वाली इस परेशानी से शहर को राहत मिल सके।

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