August 6, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
CG Medical College निर्माण : सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत डीबी प्रोजेक्ट को सौंपा गया जिम्मा चार मेडिकल कॉलेज अब मिलेंगे गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे के साथ, जनता को मिलेगा स्वास्थ्य सेवा में स्थायी लाभJail Break Update : राजा और सरना को पुलिस ने भागते पकड़ लिया, दशरथ और चंद्रशेखर की तलाश जारी, 25 फीट दीवार कूद फरार हुए 4 में से 2 आरोपी पकड़ाए, जेल ब्रेक के 3 दिन बाद मिली सफलता…हर-घर तिरंगा कार्यक्रम में सभी उत्साह से भाग लें : राज्यपाल डेकाआधा दर्जन फ्लैट्स में चोरी करने वाले 2 अंतर्राज्यीय चोर गिरफ्तारअमरकंटक में भावना बोहरा ने 30 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के लिए की निःशुल्क व्यवस्थारेप का वीडियो Instagram फ्रेंड ने किया वायरल, सूरजपुर पुलिस ने पटना में दबोचा…एसईसीएल सोहागपुर क्षेत्र में 9 भू-आश्रितों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए…पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलके पति को उतार मौत के घाटबसपा न एनडीए में है और न ही इंडी गठबंधन में : मायावतीसब्जी में छिपकली गिरने से फूड पॉइजनिंग, एक ही परिवार के 4 लोग अस्पताल में भर्ती
छत्तीसगढ़

मछुआरों के जाल में फंसी 65 किलो की मछली

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

कवर्धा (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। जिले के सरोदा जलाशय में मछुआरों को सोमवार को मछली पकड़ने के दौरान 65 किलो की विशाल मछली मिली, जो लोगों के कौतूहल का विषय बन गई है।

मछुआरों ने सुबह के समय सरोदा जलाशय में मछली पकड़ने के लिए जाल डाला था। अचानक जाल भारी हो गया और मछुआरे को लगा कि कोई बड़ा पत्थर या भारी वस्तु जाल में फंस गई है।

जब उन्होंने जाल खींचने की कोशिश की, तो वह असफल रहे। इसके बाद अन्य मछुआरों को बुलाया गया और तीन साथियों की मदद से जाल बाहर निकाला गया। बाहर निकालते ही मछुआरों ने देखा कि उसमें 6 फीट लंबी और 65 किलो वजनी विशाल मछली फंसी हुई थी। मछली को देख लोग काफी उत्साहित नजर आए।

विशेषज्ञ ने बताया कि यह ब्लैक कार्प प्रजाति की मछली है, जिसका शरीर फ्यूसीफॉर्म होता है। वे गहरे भूरे, भूरे या नीले काले रंग के दिखाई देते हैं और उनके पंख गहरे रंग के होते हैं।
स्थानीय रोजगार का केंद्र बना सरोदा जलाशय

सरोदा जलाशय कबीरधाम जिले की मध्यम सिंचाई परियोजना का हिस्सा है। जलाशय का उपयोग मछली पालन के लिए किया जाता है। यहां की तीन प्रमुख मछुआरा समितियां- नेताजी मछुआरा समिति, श्रीराम मछुआ सहकारी समिति, और केंवट मछुआरा समिति को यह जलाशय पट्टे पर दिया गया है। मछली पालन विभाग के अनुसार जलाशय स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का एक बड़ा केंद्र बन चुका है।
सरोदा जलाशय में इससे पहले भी विशाल मछलियां पकड़ी जा चुकी हैं। मछुआरों का कहना है कि कुछ वर्ष पहले यहां से 80 किलो वजनी मछली मिली थी। इस बार की 65 किलो की मछली भी एक बड़ी उपलब्धि है। मछुआरा समिति के सदस्य हीरालाल मल्लाह, सुखदेवराम मल्लाह, और राजेंद्र मल्लाह ने इस विशाल मछली को पकड़ने में मुख्य भूमिका निभाई।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close