January 16, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
श्रमिकों का संबल बने श्रम मंत्री: 75 हजार से अधिक परिवारों को 28.41 करोड़ रुपये की मददखुंटे ने छोड़ा कांग्रेस का साथ, पार्टी को लगा बड़ा झटका…सुकमा में 7 नक्सली गिरफ्तारCRPF ने ग्रामीणों के लिए खोला अस्पताल, 24 घंटे मिलेगी सुविधाहाईकोर्ट के एडिशनल-डिप्टी एजी बने सायबर ठगी के शिकार…लखमा की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली में कांग्रेस की बैठकभाजपा-कांग्रेस में चिटफंड पर पोस्टर वार, सोशल मीडिया बना हथियारप्रदेश में 124 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदीमहाकुंभ में लोगों के आकर्षण का केंद्र बना छत्तीसगढ़ पैवेलियन, पहुंच रही है भारी भीड़असफलता से घबराएं नहीं, जीवन में सीख लेते हुए आगे बढ़ें : जगदीप धनखड़
छत्तीसगढ़

मछुआरों के जाल में फंसी 65 किलो की मछली

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

कवर्धा (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। जिले के सरोदा जलाशय में मछुआरों को सोमवार को मछली पकड़ने के दौरान 65 किलो की विशाल मछली मिली, जो लोगों के कौतूहल का विषय बन गई है।

मछुआरों ने सुबह के समय सरोदा जलाशय में मछली पकड़ने के लिए जाल डाला था। अचानक जाल भारी हो गया और मछुआरे को लगा कि कोई बड़ा पत्थर या भारी वस्तु जाल में फंस गई है।

जब उन्होंने जाल खींचने की कोशिश की, तो वह असफल रहे। इसके बाद अन्य मछुआरों को बुलाया गया और तीन साथियों की मदद से जाल बाहर निकाला गया। बाहर निकालते ही मछुआरों ने देखा कि उसमें 6 फीट लंबी और 65 किलो वजनी विशाल मछली फंसी हुई थी। मछली को देख लोग काफी उत्साहित नजर आए।

विशेषज्ञ ने बताया कि यह ब्लैक कार्प प्रजाति की मछली है, जिसका शरीर फ्यूसीफॉर्म होता है। वे गहरे भूरे, भूरे या नीले काले रंग के दिखाई देते हैं और उनके पंख गहरे रंग के होते हैं।
स्थानीय रोजगार का केंद्र बना सरोदा जलाशय

सरोदा जलाशय कबीरधाम जिले की मध्यम सिंचाई परियोजना का हिस्सा है। जलाशय का उपयोग मछली पालन के लिए किया जाता है। यहां की तीन प्रमुख मछुआरा समितियां- नेताजी मछुआरा समिति, श्रीराम मछुआ सहकारी समिति, और केंवट मछुआरा समिति को यह जलाशय पट्टे पर दिया गया है। मछली पालन विभाग के अनुसार जलाशय स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का एक बड़ा केंद्र बन चुका है।
सरोदा जलाशय में इससे पहले भी विशाल मछलियां पकड़ी जा चुकी हैं। मछुआरों का कहना है कि कुछ वर्ष पहले यहां से 80 किलो वजनी मछली मिली थी। इस बार की 65 किलो की मछली भी एक बड़ी उपलब्धि है। मछुआरा समिति के सदस्य हीरालाल मल्लाह, सुखदेवराम मल्लाह, और राजेंद्र मल्लाह ने इस विशाल मछली को पकड़ने में मुख्य भूमिका निभाई।

 

ग्राम यात्रा छत्तीसगढ़

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close