
कोरबा, 20 नवम्बर 2025।
कोरबा की जनता के लिए आज का दिन विकास की नई इबारत लिख गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन के नेतृत्व में जिला खनिज संस्थान न्यास (DMF) से मिली 36.74 करोड़ रुपये की विशाल स्वीकृति ने शहर की पेयजल व्यवस्था को एक नए युग में प्रवेश करा दिया है।
कलेक्टर और डीएमएफ अध्यक्ष अजीत बसंत द्वारा इस बहुप्रतीक्षित स्वीकृति के बाद अब कोरबा के घर–घर तक साफ, सुरक्षित और नियमित जल आपूर्ति सुनिश्चित होने की दिशा में वास्तविक परिवर्तन दिखाई देने लगा है।
लोगों को मिला वह इंतज़ार जिसका वादा वर्षों से अधूरा था
कोरबा के कई वार्डों में लंबे समय से पानी संकट गंभीर समस्या बना हुआ था। कभी कम दबाव, कभी अनियमित सप्लाई और कई बार दूषित पानी से लोग परेशान थे। लेकिन अब सरकार और प्रशासन की मजबूत जोड़ी — लखन और कलेक्टर अजीत बसंत — ने मिलकर इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।
नई स्वीकृति के बाद शहर के जल वितरण तंत्र में व्यापक उन्नयन होगा, जिसमें नई पाइपलाइन, उच्च जलागार, आधुनिक पंपिंग सिस्टम और उन्नत जल शोधन तकनीक शामिल हैं। यह पूरा प्रोजेक्ट कोरबा के शहरी जीवन को नई दिशा देने वाला साबित होगा।
20 एमएलडी का आधुनिक जल उपचार संयंत्र — कोरबा के भविष्य की रीढ़
इस परियोजना के तहत कोरबा में 20 एमएलडी क्षमता वाला अत्याधुनिक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जाएगा। यह संयंत्र न केवल क्षमता बढ़ाएगा, बल्कि पानी की गुणवत्ता में भी बड़ा सुधार लाएगा।
इसके साथ ही—
- 30 BHP के 3 सेट क्लीयर वॉटर पंप मशीनरी,
- 4680 मीटर क्लीयर वॉटर पम्पिंग मेन पाइपलाइन (300–200 मिमी),
- 10,470 मीटर ग्रैविटी मेन पाइपलाइन (500–200 मिमी),
- तथा 3 विशाल उच्च जलागार —
- रुगमरा (1080 KL)
- ईमलीडूग्गू (1260 KL)
- दादर (2250 KL)
का निर्माण कार्य किया जाएगा।
इन सभी संरचनाओं से शहर में पानी का भंडारण, शोधन और वितरण अत्यंत सुचारु और तकनीकी रूप से मजबूत बनेगा।
57,740 से अधिक नागरिकों को मिलेगा सीधा लाभ
यह परियोजना सीधे तौर पर उन हजारों परिवारों को राहत देगी, जिन्हें वर्षों से पर्याप्त एवं स्वच्छ पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। योजना के पूर्ण होने पर निम्न क्षेत्रों में जल संकट लगभग समाप्त हो जाएगा—
- मोतीसागर पारा
- ईमलीडूग्गू
- भिलाई खुर्द
- दादर खुर्द
- मानिकपुर
- खरमोरा
- पीएम आवास दादर
- बेलगीरी बस्ती
- रुमगरा
- कोहडिया
- प्रगतिनगर
इन सभी वार्डों के कुल लाभार्थी संख्या 57,740 से अधिक होगी। इन इलाकों में अब घर–घर पाइपलाइन से नियमित और साफ पानी पहुँच सकेगा।
लखन–कलेक्टर की सक्रियता का असर — जनता बोली : अब सच में विकास दिख रहा है!
इस बड़े निर्णय को लेकर शहर में उत्साह झलक रहा है। नागरिकों का कहना है कि मंत्री लखन देवांगन और कलेक्टर अजीत बसंत की तेज़ और निर्णायक कार्यशैली का ही नतीजा है कि इतने बड़े पैमाने की योजना को इतनी तेजी से मंजूरी मिली।
लोगों ने इसे कोरबा में वास्तविक विकास की शुरुआत बताते हुए कहा कि अब शहर में जल संकट की कथा इतिहास बन जाएगी।

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