June 27, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
जहरीली गाय’ ने ली 5 बाघों की जान, जांच में हुआ खुलासा..अवैध रेत परिवहन पर कड़ी कार्रवाई, 2 हाइवा वाहन जप्तकृषि विभाग ने किया नि:शुल्क बीज वितरण, किसान उत्साहित, सोनहत क्षेत्र में मूँगफली और धान के बीजों का वितरणपांच मंदिरों में चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार आरोपी गिरफ्तारबालको नगर में निकली जगन्नाथ यात्रारथयात्रा महोत्सव में शामिल हुए राज्यपाल डेकाकवि डॉ. सुरेंद्र दुबे का अंतिम संस्कार : मारवाड़ी शमशान घाट पहुंचे भाजपा महामंत्री पवन साय और मंत्रिमंडल के सदस्यग्रामीणों ने बाइक चोरों को सबक सिखाने किया ऐसा सुलूक, रस्सी से बांध कर दी तालिबानी सजा…बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान हेतु उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारीछत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ ने पद्मश्री पं. सुरेंद्र दुबे को दी श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़

रुपये का सही उपयोग, योजना का सही मूल्यांकन ही अच्छे शासन की नींव : बृजमोहन

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

प्राक्कलन समिति राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुए सांसद बृजमोहन

 

रायपुर (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। रायपुर सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में सोमवार को मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा में आयोजित संसद और राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की विधानमंडलीय निकायों की प्राक्कलन समितियों के राष्ट्रीय सम्मेलन में सहभागिता की।

“प्रशासन में दक्षता और मितव्ययिता सुनिश्चित करने हेतु बजट प्राक्कलनों की प्रभावी निगरानी और समीक्षा में प्राक्कलन समिति की भूमिका” विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में देशभर से सांसद, विधायकों और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।

सांसद अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि, हर रुपये का सही उपयोग और हर योजना का सही मूल्यांकन, यही अच्छे शासन की नींव है। यह सम्मेलन उसी दिशा में एक ठोस कदम है।

सांसद अग्रवाल ने कहा कि यह राष्ट्रीय सम्मेलन बजट के प्रभावी उपयोग, पारदर्शिता तथा जवाबदेही को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने बताया कि समिति सदस्यों और विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ हुई सार्थक चर्चा में प्रशासनिक प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के सुझाव साझा किए गए।

अग्रवाल ने यह भी कहा कि ऐसी बैठकें न केवल केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय को मजबूत करती हैं, बल्कि शासन में आर्थिक अनुशासन, जनहित की योजनाओं की गुणवत्तापूर्ण निगरानी और संसाधनों के कुशल उपयोग को सुनिश्चित करने में भी मदद करती हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close