July 9, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
बंदर की करेंट के चपेट में आने से हुई मौत, वन विभाग एवं नोवा नेचर की टीम ने किया विधि विधान से अंतिम संस्कार।CM साय ने मैनपाट में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का किया अनावरणतेलीबांधा के जिम में लगी आगक्रिप्टोकरेंसी में मोटे मुनाफे का झांसा देकर 63 लाख की ठगी, आरोपी गिरफ्तारछत्तीसगढ़ में शराब बिक्री से 2300 करोड़ का राजस्व, लेकिन नई दुकानों का बढ़ा विरोधछुरा की ‘गोल्डन गर्ल’ ने लगाई फांसी, जांच में जुटी पुलिस..हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: चिल्ड्रन कोर्ट के फैसले को किया रद्द, नाबालिग को दी गई थी 10 साल की सजाकेराकत के पूर्व विधायक दिनेश चौधरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की शिष्टाचार भेंट, सौंपा 32 सड़कों के निर्माण-सम्बंधी पत्रककोरबा में श्रमिक संगठनों की देशव्यापी हड़ताल शुरू: कोयला खदानों में काम प्रभावितस्व सहायता समूह से जुड़कर कांसाबेल की महिलाओं ने स्वरोजगार की राह अपनाई
छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के हाथों वनाधिकार पत्र का फौती-नामांतरण किसान पुस्तिका पाकर हर्षित हुईं सुनामनी और बुधरी

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के हाथों वनाधिकार पत्र का फौती-नामांतरण किसान पुस्तिका पाकर हर्षित हुईं सुनामनी और बुधरी

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रायपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को जगदलपुर प्रवास पर गुंडाधुर कृषि कॉलेज कुम्हरावंड में आयोजित महिला सम्मेलन के दौरान वन अधिकार पत्रक धारकों के फौती पर उनके वारिसानों के नाम पर फौती-नामांतरण वन अधिकार पत्र पुस्तिका का वितरण किया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के हाथों किसान पुस्तिका पाकर जगदलपुर तहसील के कुम्हली निवासी धुरवा महिलाएं सुनामनी एवं बुधरी काफी हर्षित हुईं। उक्त दोनों बुजुर्ग महिलाओं ने अपने सामाजिक परम्परा के अनुसार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वन मंत्री केदार कश्यप को घुरवा समाज के पारंपरिक अंग वस्त्र टेकरा तुवाल (धुरवा गमछा) पहनाकर सम्मानित किया।

सुनामनी एवं बुधरी ने नामांतरित वनाधिकार पुस्तिका मिलने पर मुख्यमंत्री और वन मंत्री के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि अब उन्हें सहकारी समिति से किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने सहित खाद-बीज लेने सहूलियत होगी। बैंक से ऋण एवं अन्य कार्यों में इससे मदद मिलेगी। ज्ञात हो कि बस्तर के धुरवा जनजाति समाज में अपने घर आये मेहमान को टेकरा तुवाल भेंटकर सम्मानित करने की परम्परा है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की विशेष पहल पर वनाधिकार मान्यता पत्र धारकों की मृत्यु होने पर उनके वरिसानों के नाम पर फौती-नामांतरण की प्रक्रिया पूर्ण कर सम्बंधित वरिसानों को किसान पुस्तिका देने का निर्णय लिया गया है। इसकी विधिवत् शुरूआत मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज जगदलपुर में फौती नामांतरित किसान पुस्तिका संबंधित वारिसानों को अपने हाथों प्रदान कर की। कलेक्टर विजय दयाराम के. ने बताया कि राज्य शासन के उक्त निर्णय के अनुरूप बस्तर जिले में करीब 1200 से अधिक मृतक वनाधिकार पट्टेधारकों का चिन्हांकन कर उनके वरिसानों को नामांतरित किसान पुस्तिका दिए जाने का अभियान चलाया जा रहा है।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close