July 5, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना : ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के आम नागरिकों की जिंदगी में ला रहा बड़ा बदलावसंसदीय पत्रकार लोकतंत्र की आवाज़ जनता तक पहुंचाने की अहम कड़ी: मुख्यमंत्री सायअवैध शराब के खिलाफ ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, कार्रवाई नहीं होने पर चक्काजाम की चेतावनीग्रामीण और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में BSNL सेवा विस्तार पर दें जोर : बृजमोहनकोरबा में खनिज विभाग की साठगांठ से जल स्रोत का कत्ल ! सत्ता के रसूख में डूबे अफसर, खुलेआम नियमों की धज्जियां खनन गड़बड़ी, अवैध राख डंपिंग और रॉयल्टी चोरी का गोरखधंधा — अफसर चुप, अवैध कारोबारियों के हौंसले बुलंदस्कूल में छात्रा से छेड़छाड़दृष्टिबाधितों को मिली नई राह, अब पढ़ सकेंगे शासन की योजनाएंशराबी युवक ने यातायात पुलिस की महिला आरक्षक से की बदतमीजी, गिरफ्तारप्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 जुलाईधरती आबा अभियान से आदिवासी किसानों को मिली राहत, किसान क्रेडिट कार्ड से अब खेती होगी सशक्त
छत्तीसगढ़

बीजापुर के घने जंगलों में मुठभेड़ जारी, तीन नक्सली ढेर

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

बीजापुर (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। जिले में मद्देड़ थाना क्षेत्र के बंदे पारा व कोरंजेड नेशनल पार्क एरिया में रविवार सुबह से पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। एएसपी मयंक गुर्जर ने बताया कि बंदेपारा- कोरंजेड नेशनल पार्क एरिया में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षा बलों को रवाना किया गया था।

सर्चिंग अभियान के दौरान सुबह घने जंगलों में नक्सलियों ने पुलिस को देख फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की है। अब तक तीन नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। इनकी संख्या बढ़ सकती है। हालांकि पुलिस ने पुष्टि नहीं की है।

नक्सली जंगलों की आड़ से फायरिंग कर रहे हैं। रुक-रुककर मुठभेड़ जारी है। सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ में कई नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। हालांकि इसकी पुष्टि पुलिस ने नहीं की गई। एएसपी मयंक गुर्जर ने बताया कि मुठभेड़ के संबंध में विस्तृत जानकारी पार्टी के लौटने पर दी जाएगी।

सुरक्षा बल से डरकर आठ लाख के इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण

इससे पहले बीजापुर में सुरक्षा बल के अभियान से डरकर आठ लाख रुपये के इनामी डिविजनल कमेटी सदस्य नक्सली 62 वर्षीय माचा सोमैया ने शनिवार को तेलंगाना पुलिस के सामने समर्पण कर दिया। वह तेलंगाना के भूपालपल्ली मंडल के पंबापुर गांव का रहने वाला है। आत्मसमर्पित नक्सली माचा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बल के दर्जनों कैंप लगातार नक्सल क्षेत्रों में खुलने से संगठन का प्रभाव कम हुआ है।

साथ ही सुरक्षा बल की ओर से वर्ष 2024 में 200 से अधिक नक्सलियों को मुठभेड़ में मारा गया है। इसमें कई बड़े नक्सली नेता मारे गए हैं। वह अब बूढ़ा और बीमार भी रहने लगा था, इसलिए शीर्ष नक्सल संगठन से पूछकर उसने आत्मसमर्पण करने का निर्णय लिया है।

माचा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बल के अभियान और साथ ही विकास कार्यों से नक्सलियों का जनाधार भी घटा है। कई बड़े नक्सली अब आत्समपर्ण करने का विचार बना रहे हैं।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close