July 9, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: चिल्ड्रन कोर्ट के फैसले को किया रद्द, नाबालिग को दी गई थी 10 साल की सजाकेराकत के पूर्व विधायक दिनेश चौधरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की शिष्टाचार भेंट, सौंपा 32 सड़कों के निर्माण-सम्बंधी पत्रककोरबा में श्रमिक संगठनों की देशव्यापी हड़ताल शुरू: कोयला खदानों में काम प्रभावितस्व सहायता समूह से जुड़कर कांसाबेल की महिलाओं ने स्वरोजगार की राह अपनाईदस या अधिक श्रमिक रखने वाले दुकानों का श्रम विभाग में कराना होगा पंजीयनबाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में उपयोग हेतु उपलब्ध मोटरबोट का कराए परीक्षण : कलेक्टर मिश्राईंट-गारे के सहारे लखपति दीदी बनने की राह पर बैगा महिलाएंस्वास्थ्य मंत्री जायसवाल के प्रयासों से मनेंद्रगढ़ को मिली सेंट्रल लाइब्रेरी की सौगात, 441 लाख की लागत से होगा निर्माणरियायती दरों पर समय पर मिला खाद-बीज, किसान राजकुमार को मिली राहतआत्मसमर्पित नक्सलियो और पीड़ित परिवार को प्रोत्साहन राशि स्वीकृति
छत्तीसगढ़

फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे 21 अधिकारी, दिव्यांग संघ ने जारी की सूची

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रायपुर । छत्तीसगढ़ में हाल ही में चर्चित आईएएस पूजा खेड़कर जैसा एक और मामला सामने आया है। छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ ने आरोप लगाया है कि प्रदेश के 21 अधिकारी फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर सरकारी नौकरी कर रहे हैं। इस मामले का खुलासा रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित प्रेसवार्ता में हुआ।

इस संबंध में संघ ने 21 अफसरों की नाम की सूची मीडिया को सौंपी है। सूची में 7 डिप्टी कलेक्टर, 3 लेखा अधिकारी, 3 नायब तहसीलदार, 2 सहकारिता निरीक्षक, 3 वेटनीर डॉक्टर शामिल है।

संघ का आरोप है कि इन नियुक्तियों के पीछे लोरमी में पदस्थ ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी गुलाब सिंह राजपूत, मुंगेली में पदस्थ चिकित्सक एमके राय, और बिलासपुर में पदस्थ हेल्थ ज्वाइंट प्रमोद महाजन का हाथ है। इन अधिकारियों पर पूरी भर्ती प्रक्रिया में मिलीभगत का आरोप लगाया गया है।

छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ ने सरकार से इन अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह चेतावनी भी दी है कि अगर 15 दिन के भीतर उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो 21 अगस्त को प्रदेश के दिव्यांग रायपुर में आंदोलन करेंगे।

संघ की इस मांग पर राज्य सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार है। यदि संघ के आरोप सही साबित होते हैं, तो यह राज्य की भर्ती प्रक्रियाओं में एक बड़ा घोटाला साबित हो सकता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close