रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह एवं रायपुर सांसद के बीच जो दूरियां बढ़ चुकीं अब सतह पर दिखने लगी हैं। कल नई दिल्ली में लोकसभा के सेंट्रल हाल में चल रहे मेल मूलाकात के दौर में रमेश बैस डॉ. रमन सिंह से काफी दूर-दूर रहे, जबकि छत्तीसगढ़ के अन्य भाजपा सांसद काफी देर तक पूर्व मुख्यमंत्री से बतियाते नजर आए।
डॉ. रमन सिंह से देर तक चर्चा करते नजर आने वाले सांसदों में विक्रम उसेंडी, बंशीलाल महतो, चंदूलाल साहू, कमलभान सिंह एवं लखन साहू थे। इस बीच रमन सिंह ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को बधाई भी दी। माना जाता है कि छत्तीसगढ़ मेें भाजपा का तीसरा शासनकाल जिस अंदाज में चलते रहा उससे बैस काफी नाराज चलते रहे थे।
भाजपा के तीसरे कार्यकाल में पूरे पांच साल डॉ. रमन सिंह एवं रमेश बैस के बीच संवादहीनता रही। विशेषकर तीसरे शासनकाल में जिस तरह अफसरशाही बेलगाम हो चुकी थी उससे बैस काफी नाराज थे।
डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्वकाल में उनके सचिव अमन सिंह की जो कार्यशैली थी उस पर बैस खुले तौर पर नाराजगी दर्ज कराते रहे थे। बैस की नाराजगी का आलम यह था कि विधानसभा चुनाव के पूर्व राजधानी रायपुर की एक आलीशान होटल में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में जब चुनावी घोषणा पत्र जारी हो रहा था वे मंच पर जाने राजी नहीं थे।
जब घोषणा पत्र समिति के संयोजक बृजमोहन अग्रवाल ने उनसे मंच पर स्थान ग्रहण करने का अनुरोध किया तब उनकी बात रखने के लिए मंच साझा किया था।
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