March 13, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
अंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों का होगा प्रतीकात्मक होलिका-दहनसमूह की महिलाओं ने कलेक्ट्रेट मे लगाए हर्बल गुलाल क़ा स्टॉलस्वच्छता दीदियों को कचरा प्रबंधन के संबंध में दिया गया प्रशिक्षणमहतारी वंदन योजना एक गृहिणी की आत्मनिर्भरता की नई उड़ानबालको के ‘उन्नति उत्सव’ कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान के लिए महिलाओं का सम्मानहोली पर जुमे की नमाज के समय में बदलाव, छग वक्फ बोर्ड का बड़ा फैसलाआमापाली गांव में अवैध बोर खुदाई, दो बोरवेल वाहन जब्तपंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान भिड़े भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता…CGPSC प्रीलिम्स 2024 का रिजल्ट जारी, 3737 अभ्यर्थी मेंस के लिए क्वालीफाईअंधेरे में जीवन बिता रहे ग्रामीणों को अब लालटेन से मिली छुटकारा
रोचक तथ्य

क्या आपको पता है रेलवे में टॉयलेट्स लगने के पीछे था इस शख्‍स की चिट्ठी का हाथ

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

क्‍या आपको पता है कि रेलवे में टॉयलेट व्‍यवस्‍था पहले नहीं थी। आप जो आज भारतीय रेलवे में इंडियन या वेस्‍टर्न टॉयलेट्स देखते हैं वह पहले नहीं था।
आपको बता दें कि वर्ष 1909 में भारतीय रेल के अस्तित्व में आने के 50 साल बाद ट्रेन के डिब्बों में टॉयलेट की व्यवस्था की गई। उसी वर्ष साहेबगंज खंड में अखिल चंद्र सेन नाम के एक यात्री की पहल पर ब्रिटिश सरकार ने शौचालय की व्यवस्था शुरू की।
हुआ यूं कि साहेबगंज के अहमदपुर स्टेशन पर गाड़ी रुकते ही शौच के लिए गए सेन जब लौटकर स्टेशन पर आए, तो ट्रेन छूट चुकी थी। अंग्रेजी में शिक्षित सेन ने ब्रिटिश अधिकारियों को हर्जाने की चिट्ठी लिखते हुए ट्रेन में शौचालयों की जरूरत बताई थी, उसी के बाद इस दिशा में काम शुरू हुआ।
सेन के इस पत्र को अभी भी रेलवे संग्रहालय में संजोकर रखा गया है।
पत्र लिखने की खास वजह है कि मैं आपकी रेलवे की सेवा से बहुत नाराज हूं। आप लोगों को घर में सिखाया नहीं गया कि अगर कोई प्राकृतिक आपदा हो तो ट्रेन रोक देनी चाहिए।
अहमदपुर स्‍टेशन पर मैंने लोकल ट्रेन पकड़ी थी, तभी कटहल खाने से मेरा पेट खराब हो गया। मुझे हल्‍का होने के लिए ट्रेन से उतरा पड़ा। तभी आपके गार्ड ने सिटी मार दी। मैं घबरा कर एक हाथ में लोटा और दूसरे हाथ से धोती पकड़कर दौड़ा और गिर पड़ा।
वहां मौजूद महिलाओं और पुरुषों के सामने मेरी बेइज्‍जती हो गई। लेकिन गार्ड ने ट्रेन चलवा दी और मुझे अहमदपुर स्‍टेशन रूकना पड़ा।
मेरे साथ बहुत गलत हुआ है। आप सोचि‍ए कि कोई पेट हल्‍का करने जाएगा तो क्‍या गार्ड को ट्रेन नहीं रोकना चाहिए। आपसे नम्र निवेदन है कि कम से कम जनता की खात‍िर आपको उस गार्ड पर जुर्माना लगाना चाहिए। नहीं तो मैं इस घटना की खबर अखबार में दूंगा।

gramyatracg

Related Articles

Check Also
Close