September 5, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
नि:शुल्क ऑनलाइन जेईई-नीट कोचिंग विद्यार्थियों के भविष्य के लिए एक बेहतरीन पहल : डॉ. रमन सिंहमुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ईद मिलादुन्नबी पर दी शुभकामनाएँबांगो बांध के 6 गेट खुले, 43,988 क्यूसेक पानी हसदेव नदी में छोड़ा जा रहादुर्ग पुलिस की बड़ी उपलब्धि: 70 लाख के 303 मोबाइल बरामद, कर्मचारियों को सम्मानित किया गयाओणम पर्व की धूम: कोरबा के टीपी नगर इंडियन कॉफी हाउस में मनाया गया भव्य उत्सवNHM कर्मियों ने लिया सामूहिक इस्तीफा का निर्णय, 4800 कर्मचारियों ने सौंपा त्यागपत्रखाद संकट पर कांग्रेस का हल्ला बोल, उमेश पटेल के नेतृत्व में किसानों ने घेरा तहसीलयूरिया की कालाबाजारी : पटेल कृषि केंद्र का खाद गोदाम सीलरायपुर एनआईटी-एफआईई को राष्ट्रीय इन्क्यूबेटर पुरस्कारअनिश्चितकालीन हड़ताल पर सख्त कार्रवाई: 25 स्वास्थ्यकर्मियों की सेवाएं समाप्त
नेशनल

सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के बाद शुद्धिकरण, फिर खुले कपाट

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

तिरुवनंतपुरम। केरल के सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश के बाद मंदिर के द्वार बंद कर शुद्धिकरण किया गया। शुद्धिकरण की प्रक्रिया के बाद पुन: मंदिर के कपाट खोले गए। दो महिलाओं ने दावा किया कि उन्होंने बुधवार तड़के मंदिर में प्रवेश कर भगवान के दर्शन किए थे।

मंदिर में पहली बार प्रवेश करने में सफल महिलाओं में कोइलांडी निवासी बिंदु और मलाप्पुरम के अंगाडीपुरम निवासी कनक दुर्गा शामिल हैं। दोनों महिलाएं पुलिस अधिकारियों के संरक्षण में पंबा से शनिदानम पहुंचीं तथा सुबह साढ़े तीन बजे दर्शन करने में कामयाब रहीं।

दर्शन के बाद बिंदु ने कहा कि वह कनक दुर्गा के साथ देर रात एक बजे पंबा पहुंच गईं तथा आगे की चढ़ाई पर जाने के लिए पुलिस से सुरक्षा की मांग की। पुलिस सहयोग से हम मंदिर में भगवान के दर्शन करने में सफल रहे।

टूटी परंपरा : इन महिलाओं के प्रवेश के साथ ही मंदिर की प्राचीन परंपरा भी टूट गई। मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश की इजाजत देने संबंधी उच्चतम न्यायालय के 28 सितंबर के आदेश के बाद पहली बार 50 से कम उम्र की महिलाओं ने अयप्पा मंदिर में प्रवेश किया है।

इस बीच, मंदिर के मुख्य पुजारी कंदारारू राजीवारू ने कहा कि उन्हें युवा महिलाओं के मंदिर में प्रवेश के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड के अधिकारियों से बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे इस संबंध में टीवी चैनलों के जरिए खबर मिली।

हम नहीं जानते कि इन महिलाओं ने मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया था या नहीं।

अपुष्ट रिपोर्टों के मुताबिक दोनों महिलाओं ने शनिदानम में पहुंचने के लिए परंपरागत मार्ग का इस्तेमाल नहीं किया। पुलिस दोनों की सुरक्षा को लेकर भारी दबाव में थी। इस बीच केरल पुलिस ने भी महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने की बुधवार सुबह पुष्टि की है।

Related Articles

Check Also
Close