March 12, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
होली पर जुमे की नमाज के समय में बदलाव, छग वक्फ बोर्ड का बड़ा फैसलाआमापाली गांव में अवैध बोर खुदाई, दो बोरवेल वाहन जब्तपंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान भिड़े भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता…CGPSC प्रीलिम्स 2024 का रिजल्ट जारी, 3737 अभ्यर्थी मेंस के लिए क्वालीफाईअंधेरे में जीवन बिता रहे ग्रामीणों को अब लालटेन से मिली छुटकारारायपुर में कार सवार युवकों से करोड़ों की नगदी बरामद, हवाला का शक14 मार्च को मदिरा दुकान रहेगा बंदभारतीय सेना में भर्ती की अधिसूचना जारीसतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए फील्ड में सही तरीके से लागू करना है : संभागायुक्तहथकरघा बना कौडूटोला की महिलाओं की ताकत
छत्तीसगढ़राजनीती

सत्यनारायण, रविन्द्र एवं अकबर में से कोई बन सकता है विधानसभा अध्यक्ष

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

अनिरुद्ध दुबे
रायपुर। छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन होने के साथ ही मुख्यमंत्री के अलावा कौन होगा नया विधानसभा अध्यक्ष को लेकर भी अटकलों का दौर शुरु हो गया है। संभावना यही नजर आ रही है नया विधानसभा अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा, रविन्द्र चौबे एवं मोहम्मद अकबर में से कोई एक होगा।
हर राजनीतिक पार्टी मुख्यमंत्री के बाद विधानसभा अध्यक्ष को ही सबसे बड़ा जिम्मेदारी का पद मानती है। छत्तीसगढ़ राज्य के छोटे से 18 साल के इतिहास पर नजर दौड़ाएं तो विधानसभा अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी ऐसे व्यक्ति को ही दी जाती रही जो कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ संसदीय ज्ञान में निपुण हो। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल (कांग्रेस), प्रेमप्रकाश पांडे (भाजपा), धरमलाल कौशिक (भाजपा) एवं गौरीशंकर अग्रवाल (भाजपा) इसका उदाहरण हैं। उपरोक्त दोनों मापदंड में इस समय तीन नेता सत्यनारायण शर्मा, रविन्द्र चौबे एवं मोहम्मद अकबर ही सबसे ज्यादा खरे उतरते नजर आ रहे हैं। अविभाजित मध्यप्रदेश के समय दिग्विजय सिंह के शासनकाल में सत्यनारायण शर्मा तथा अजीत जोगी के शासनकाल में रविन्द्र चौबे संसदीय कार्य मंत्री रह चुके हैं। किसी भी संसदीय कार्य मंत्री की विधानसभा के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। रविन्द्र चौबे तो छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं। वहीं मोहम्मद अकबर जब भी विधायक रहे विधानसभा में तथ्यों एवं तर्कों के साथ मजबूती से बात रखते नजर आते थे। टू द प्वाइंट वाले नेता के रूप में उनकी अपनी अलग पहचान रही है। यही कारण है कि वे विधानसभा अध्यक्ष जैसे गरिमामय पद पर बैठने की काबिलियत रखते हैं। माना जा रहा है दिल्ली से नये मुख्यमंत्री का नाम सामने आ जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का नाम तय होने में देर नहीं लगेगी।

gramyatracg

Related Articles

Check Also
Close