March 15, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
सीडी कांड में CBI ने लगाई रिवीजन याचिका, पूर्व सीएम की मुश्किलें बढ़ीं…राज्यपाल को मुख्यमंत्री ने दी होली की शुभकामनाएंतहसीलदार की कार्रवाई से परेशान किसान ने जहर पिया, हालत नाजुकबालको की उन्नति से जुड़ी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बनाया हर्बल गुलालमहिला समूहों का हुनर, आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता कदमभालुओं के हमले में सफाई कर्मी घायल, राहगीरों ने पहुँचाया अस्पतालस्वरोजगार योजनांतर्गत सहायता से संचिता ने पैतृक व्यवसाय को दी नई दिशाअंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों का होगा प्रतीकात्मक होलिका-दहनसमूह की महिलाओं ने कलेक्ट्रेट मे लगाए हर्बल गुलाल क़ा स्टॉलस्वच्छता दीदियों को कचरा प्रबंधन के संबंध में दिया गया प्रशिक्षण
छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सदन में घोषणा – “विद्या मितान के मानदेय भुगतान में हुए गड़बड़ी की जांच होगी”…. आउटसोर्सिंग को लेकर जल्द लिया जायेगा निर्णय…. विद्या मितान को लेकर आज सदन में जमकर हंगामा

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रायपुर । प्रदेश में प्लेसमेंट एजेंसियों के द्वारा नियुक्त हुए विद्या मितान का मामला आज सदन में खूब गूंजा। इस मामले में CM भूपेश बघेल ने जांच के आदेश दिये हैं। भूपेश बघेल ने कहा है कि विद्या मितान को मिलने वाले मानदेय के मुद्दे पर जांच की जायेगी। प्रश्नकाल में रामानुजगंज के विधायक बृहस्पत सिंह ने विद्या मितान की नियुक्ति और उन्हें मिलने वाले मानदेय में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया।
जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में विद्या मितान की संख्या 2185 हैं। जो अलग-अलग जगहों पर पदस्थ हैं और उन्हें उसी तरह से मानदेय का भुगतान हो रहा है।
सदन में ये बातें भी बतायी गयी कि विद्या मितान को 18 हजार से लेकर 28 हजार मानदेय मिलता है. लेकिन उसके बदले विद्या मितान को सिर्फ 12 से 15 हजार रुपये ही मिल पाता है। इस मामले में सदन में खूब हंगामा हुआ। विपक्ष की तरफ से भाजपा विधायक अजय चंद्राकर, जोगी कांग्रेस सुप्रीमो अजीत जोगी और धर्मजीत सिंह ने इस मामले में सरकार को जमकर घेरा और आउटसोर्सिंग के जरिये भर्ती को रोकने की घोषणा सदन में करने की मांग की। काफी हो-हंगामा के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि
“प्लेसमेंट एजेंसी की तरफ से गड़बड़ी की जो शिकायत आ रही है, कि उन्हें 12 से 15 हजार मिलता है, उनसे सिग्नेचर अलग कराया जाता , जबकि सरकारी खजाने से 28 हजार रुपये जारी होता है, इस पूरे मामले की जांच की घोषणा मैं सदन में करता हूं, और आउटसोर्सिंग के मुद्दे पर प्रशासकीय प्रक्रिया चल रही है, जल्द ही इस पर फैसला लेंगे”
इससे पहले धर्मजीत सिंह ने पूरी तरह से आउटसोर्सिंग को बंद करने की मांग की, वहीं अजय चंद्राकर ने भी कहा कि काफी पहले से प्लेसमेंट एजेंसी के जरिये मिलने वाले भुगतान में गड़बड़ी की शिकायतें आ रही है। खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कहा है कि आउटसोर्सिंग बंद होनी चाहिये, आज ये सवाल आया है, ऐसे में इसे तत्काल बंद करने की घोषणा करनी चाहिये।
हालांकि मंत्री प्रेमसाय सिंह बार-बार परीक्षण कराने की बात कहते रहे, लेकिन विपक्ष सीधे-सीधे आउटसोर्सिंग को खत्म करने और विद्या मितान को प्लेसमेंट एजेसिंयों से अगल करने की मांग करने लगा, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने खड़े होकर ये वक्तव्य दिया।

gramyatracg

Related Articles

Check Also
Close