August 2, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
उपभोक्ताओं को मिलेगी हर 30 मिनट की बिजली खपत की जानकारीअब गांजा पीने वाले भी जाएंगे जेल, रायपुर पुलिस ने शुरू की कार्रवाईधारासिव के पनखत्ती तालाब में मिला अज्ञात भ्रूण, इलाके में सनसनी11 लाख की लूट निकली फर्जी: कर्ज से उबरने रची थी साजिश, आरोपी गिरफ्तारउद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन को 14419 सदस्य बनाने पर मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने किया सदस्यता रत्न सम्मान से सम्मानितकलेक्टर ने वनांचल ग्राम खोभा, जोब एवं पंडरापानी का किया सघन निरीक्षणनहर में डूबने से युवक की मौतलाखों के गांजे के साथ अंतर्राज्यीय तस्कर सुभाष तिवारी गिरफ्तारधर्मांतरण और मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार ननों को मिली जमानतकोरबा पुलिस की क्राइम मीटिंग: अपराध नियंत्रण और यातायात व्यवस्था पर जोर
छत्तीसगढ़

जानलेवा साबित हो रही फोरलेन रोड, रोज हो रहे हादसे

महामाया चौक से सेंदरी तक 7० करोड़ की लागत से हो रहे निर्माण में सुरक्षा नियमों की अनदेखी

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

बिलासपुर। शहर के महामाया चौक से सेंदरी तक बन रही फोरलेन सड़क आए दिन दुर्घटनाओं को अंजाम दे रही है। सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर चल रहे निर्माण कार्य की वजह से पिछले एक सप्ताह में ही दो बड़े सड़क हादसों में एक की जान चली गई, वहीं दो अन्य युवक जिदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। इस सड़क का निर्माण साल 2०16 में शुरु हुआ था। काम शुरु हुए करीब दो साल बीत चुके हैं, लेकिन सड़क अब भी पूरी तरह से नहीं बन सकी है। निर्माण एजेंसी की लापरवाही के चलते इस पर आए दिन हादसे हो रहे हैं।
बाक्स…
० निर्माण कार्य में देर से राहगीरों की जा रही जान
17 सौ पेड़ों को काटकर 1० किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण होना है। अक्टूबर 2०16 में शुरु हुआ काम अब भी अधूरा ही है, जबकि इसे साल की शुरुआत में ही पूरा हो जाना था। निर्माण शुरु होने के बाद से ही इस सड़क पर हादसों की संख्या बढ़ गई। फिलहाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी से लेकर बिलासा ताल तक सड़क का काम अधूरा है और इसी जगह पर पिछले एक स’ाह में दो सड़क हादसे निर्माण एजेंसी की लापरवाही के चलते हो गए हैं। निर्माण के चलते जहां दिन में भी बड़ी गाड़ियों की आवाजाही हो रही है वहीं इनके चलने से सड़क पर उउèने वाले धूल के गुबार से लोगों को भारी दिक्कतें हो रही हैं।
० क्या हैं सुरक्षा मानक ?
सड़क निर्माण के लिए शासन द्बारा तय मानकों के अनुसार जिस जगह पर निर्माण कार्य चल रहा है, वहां इससे संबंधित जानकारी के अलावा चेतावनी के लिए चेतावनी बोर्ड लगाना अनिवार्य है। इसके अलावा गाड़ियों की स्पीड नियंत्रित करने के लिए गति अवरोधक और सावधानी बोर्ड लगाना जरूरी है। साथ ही निर्माण स्थल को चेतावनी पट्टिका से घेरना होता है। जबकि बिलासा ताल के करीब ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है।
बाक्स…
० पिछले दस दिनों में दो बड़े हादसे
पिछले दस दिनों में ही निर्माण एजेंसी की जानलेवा गलतियों की वजह से दो गंभीर सड़क हादसों में सीयू के तीन छात्र दुर्घटना के शिकार हो गए। पहली दुर्घटना ठीक पुलिया के ऊपर हुई। जिसमें विपरीत दिशा से आ रहे मालवाहक ने मोटरसाइकिल सवार दो छात्रों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में छात्र अभिषेक पवार ने दम तोड़ दिया जबकि उसके साथ बैठे छात्र मोहन का गंभीर हालत में अपोलो में इलाज चल रहा है। इसके तीन दिन बाद ही सिटी बस टर्मिनल के पास अज्ञात वाहन ने सीयू के ही छात्र संदीप कुमार को टक्कर मार दी, जिसके बाद उसे सिम्स ले जाया गया। सिर और पैर में गंभीर चोट लगने की वजह से छात्र को अपोलो रेफर कोया गया है जहां अब भी उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
बाक्स…
० निर्माण अवधि की जानकारी अधिकारियों तक को नहीं
कोनी सड़क निर्माण कार्य के बारे में हमने सब इंजिनियर एआर राही से संपर्क किया तो उन्होंने इस सड़क की निर्माण अवधि पता नहीं होने की बात कहकर उच्च अधिकारियों से बात करने कहा। जबकि टेंडर में शुरूआत अवधि से लेकर निर्माण पूर्ण होने तक का विवरण होता है। बावजूद इंजीनियर ने इसकी जानकारी देने की जहमत तक नहीं उठाई। जब हमने उच्च अधिकारियों से संपर्क साधने का प्रयास किया तो उनके द्बारा कोई जवाब नहीं मिला|

Related Articles

Check Also
Close