August 1, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
कोरबा में भू-माफिया का नया खेल! कूट रचना कर हड़प रहा है गैर-आदिवासी की जमीन, तीन FIR के बाद भी बेलगाम चेतन चौधरीकेंद्रीय जलशक्ति मंत्री से मिले सीएम साय, बोधघाट परियोजना पर हुई चर्चाकोरबा : महिला मंडल सेवा समिति द्वारा पंडित रविशंकर शुक्ल नगर मे सावन उत्सव की रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्नपीएम मोदी कल करेंगे पीएम किसान सम्मान निधि के 20वीं किश्त का अंतरणपीएम मोदी से मिले सीएम साय, ‘अमृत रजत महोत्सव’ में शामिल होने का दिया न्यौता30 किलो गांजा के साथ चार तस्कर गिरफ्तारशिकारियों के जाल में फंसकर नर हाथी की मौत…शिक्षक की धारदार हथियार से हत्याकेंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिले CM साय‘राधे-राधे’ कहने पर नर्सरी की छात्रा को पीटा, मुंह पर टेप चिपकाया, प्रिंसिपल गिरफ्तार
छत्तीसगढ़

अब बिजली गुल होने की जानकारी ऐप से मिलेगी, कर्मचारी नहीं कर पाएंगे लापरवाही

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रायपुर। बिजली गुल हुई तो कर्मचारी अब झूठ नहीं बोल पाएंगे। कर्मचारी यदि झूठ बोले तो तुरंत पकड़े जाएंगे। पब्लिक भी अब बिजली जाने की झूठी शिकायत नहीं कर पाएगी, क्योंकि बिजली विभाग प्रदेश भर के फीडरों में मॉडम लगा रहा है। मॉडम सीधे पावर आउटेज मैनेजमेंट नामक एप से कनेक्ट रहेगा। एप के माध्यम से जिला मुख्यालय एवं प्रदेश मुख्यालय में बैठे अधिकारियों को पल-पल की जानकारी मिलती रहेगी।
एप से प्रतिदिन किस जिले में कितनी बिजली की सप्लाई हुई है, कितनी बार बिजली कटी है, इसकी जानकारी मिलेगी। इसके साथ फीडर के कर्मचारियों की भी जानकारी मिलती रहेगी। बिजली विभाग एप की शुरुआत विभाग में व्यवस्था सुधारने के लिए की है। बिजली विभाग के अधिकारी का कहना है कि एप का ट्रायल चल रहा है। यदि सफल रहा तो उपभोक्ता भी देख सकेंगे कि उनके इलाके में बिजली कितने घंटे कटी और कटने की वजह क्या है।
ज्ञात हो कि प्रदेश में कुल 3350 फीडर हैं। वर्तमान में एक फीडर से एक दिन में कितनी बिजली खपत हुई है, संबंधित फीडर से एक दिन में कितनी बार बिजली गुल हुई है, इसकी जानकारी विद्युत कंपनी में उच्च पद पर पदस्थ अधिकारियों को नहीं हो पाती थी।
पब्लिक जब बार-बार बिजली गुल होने की शिकायत उच्च अधिकारियों से करती थी तो फीडर में पदस्थ कर्मचारी बिजली सप्लाई बाधित होने की बात को सिरे से खारिज कर देता था। इससे बिजली कंपनी के अधिकारियों के बीच संशय की स्थित निर्मित हो जाती थी। इस संशय को खत्म करने के लिए बिजली विभाग फीडरों में मॉडम लगा रहा है। मॉडम सीधे एप से कनेक्ट रहेगा, जिससे अधिकारियों फीडर के बारे में जानकारी मिलती रहेगी कि वस्तु स्थिति क्या है।
अधिकारी नहीं बोल पाएंगे झूठ
बिजली विभाग के अधिकारी ने बताया कि उपभोक्ताओं के लिए वर्तमान में कई हेल्पलाइन चलाई जा रही हैं, लेकिन फीडर में तैनात कर्मचारियों पर नजर रखने के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं थी। पावर आउटेज मैनेजमेंट नामक एप के जरिए अधिकारी बिजली कटौती की असली वजह जान सकेंगे। इसके साथ फीडर में बैठे अधिकारी और कर्मचारी अब अपने उच्च अधिकारियों से झूठ नहीं बोल पाएंगे।
बिजली की अधिक खपत पर भी रहेगी नजर
एप के जरिए बिजली विभाग के अधिकारियों को फीडर पर खपत होने वाली एक-एक दिन की बिजली की जानकारी मिलेगी। अधिकारी एक माह का सभी फीडरों पर नजर रखेंगे उसके बाद यदि किसी फीडर पर अचानक बिजली की खपत बढ़ गई तो उसकी जांच की जाएगी कि कही बिजली की चोरी तो नहीं हो रही है, बिजली की अचानक खपत बढ़ने की वजह क्या है।

Related Articles

Check Also
Close