June 27, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
जहरीली गाय’ ने ली 5 बाघों की जान, जांच में हुआ खुलासा..अवैध रेत परिवहन पर कड़ी कार्रवाई, 2 हाइवा वाहन जप्तकृषि विभाग ने किया नि:शुल्क बीज वितरण, किसान उत्साहित, सोनहत क्षेत्र में मूँगफली और धान के बीजों का वितरणपांच मंदिरों में चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार आरोपी गिरफ्तारबालको नगर में निकली जगन्नाथ यात्रारथयात्रा महोत्सव में शामिल हुए राज्यपाल डेकाकवि डॉ. सुरेंद्र दुबे का अंतिम संस्कार : मारवाड़ी शमशान घाट पहुंचे भाजपा महामंत्री पवन साय और मंत्रिमंडल के सदस्यग्रामीणों ने बाइक चोरों को सबक सिखाने किया ऐसा सुलूक, रस्सी से बांध कर दी तालिबानी सजा…बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान हेतु उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारीछत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ ने पद्मश्री पं. सुरेंद्र दुबे को दी श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़राजनीती

‘मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जब मुद्दे से पीछा छुड़ाना होता है तब प्रकोष्ठ का झुनझुना निकाल लेते हैं’- डॉ रमन सिंह

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

02.11.22| शासकीय विभागों में रोस्टर के पालन के लिए प्रकोष्ठ गठित करने की घोषणा पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने सरकार को घेरा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जब मुद्दों से पीछा छुड़ाना होता हैं तब समिति-प्रकोष्ठ का झुनझुना निकाल लेते हैं. मंत्री अमरजीत भगत ने इस ट्वीट पर रमन सिंह को साधुवाद देने के साथ कड़ा जबाव दिया है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर आदिवासियों की मांग पर समस्त शासकीय विभागों में रोस्टर के नियमित रूप से पालन के संबंध में जांच के लिए प्रकोष्ठ के गठन की घोषणा की थी. इसके साथ ही राज्य के आदिवासियों को 32 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिलाने के लिए सरकार के संकल्प को दोहराया था.

इस पर रमन सिंह के ट्वीट कर लिखा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जब मुद्दे से पीछा छुड़ाना होता है तब “समिति/प्रकोष्ठ” का झुनझुना निकाल लेते हैं. इसके पहले पुलिस परिवारों की मांग पर कमेटी, ST-SC कर्मचारियों की मांग पर कमेटी, नियमितीकरण के लिए कमेटी, शराबबंदी के अध्ययन के लिए कमेटी और अब आरक्षण के लिए एक नया प्रकोष्ठ.

रमन सिंह के इस ट्विट पर मंत्री अमरजीत भगत ने उन्हें साधुवाद देते हुए कहा कि स्मरण दिलाना चाहता हूं कि पिछले 15 साल आप शासन में थे, आदिवासियों के लिए प्रेम था तो आरक्षण मामले को कोर्ट में जस्टिफाई करना था, क्यों नहीं किए? दस्तावेज की कमी के कारण आरक्षण 32% दे घटकर 20% हो गया. आदिवासियों को उनका हक जरूर मिलेगा, जो भी कार्रवाई करने पड़ेंगे करेंगे.

भगत ने कहा कि विभिन्न राज्यों में आरक्षण के पूरे मामले को अध्ययन के लिए भेज दिया है. बहुत जल्द विशेष सत्र भी बुलाएंगे, जरूरत पड़ेगा तो अध्यादेश लाएंगे. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश में आरक्षण कांग्रेस ने दिया. बिगड़ी हुई आरक्षण व्यवस्था को सुधारने के लिए कांग्रेस तैयार है. ये बीच-बीच में लोगों के बीच गलतफहमी पैदा करने वाले बीजेपी के लोग राजनीति से ज्यादा कुछ नहीं करते हैं.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close