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राजस्व वृद्धि एवं मुनाफे में अप्रत्याशित भिन्नता: क्या है कारण? (भाग 3)

देश के प्रमुख एल्यूमिनियम उत्पादकों का विश्लेषण करने का उद्देश्य समाज और जन-प्रतिनिधियों को सही तथ्यों से अवगत कराना है, जिससे वे किसी एक विशेष कंपनी के दावों में उलझकर गलतफहमी का शिकार न हों। हमारे पिछले लेखों में एल्यूमिनियम उद्योग के परिदृश्य पर विस्तृत चर्चा की गई थी। इस लेख में, हम वेदांता, हिंडाल्को और नाल्को के पिछले 10 वर्षों के राजस्व एवं प्रचालन मुनाफे की समीक्षा करेंगे।

माल बिक्री से प्राप्त राजस्व (Revenue From Sales):

माल बिक्री से प्राप्त राजस्व उस रकम को कहा जाता है जो किसी कंपनी को अपने उत्पादों की बिक्री से प्राप्त होती है। कंपनियां इसे अपनी वार्षिक रिपोर्ट में साझा करती हैं।

प्रचालन मुनाफा (Operating Profit):

माल बिक्री से प्राप्त राजस्व में से सीधी उत्पादन लागत को घटाने के बाद जो राशि प्राप्त होती है, उसे प्रचालन मुनाफा कहा जाता है। यह भी वार्षिक रिपोर्ट में साझा किया जाता है।

प्रमुख एल्यूमिनियम उत्पादकों का राजस्व और प्रचालन मुनाफा (2013-2024):

CompanyRevenue From Sales (Rs. Crores)Operating Profit (Rs. Crores)
Vedanta2,749 (2013) to 1,43,727 (2024)465 (2013) to 35,312 (2024)
Hindalco80,193 (2013) to 2,15,962 (2024)7,699 (2013) to 23,872 (2024)
Nalco6,916 (2013) to 13,149 (2024)1,075 (2013) to 2,873 (2024)
आंकड़े करोड़ में

पिछले 10 वर्षों में:

  1. वेदांता लिमिटेड: राजस्व में 52 गुणा और प्रचालन मुनाफे में 76 गुणा वृद्धि।
  2. हिंडाल्को: राजस्व और प्रचालन मुनाफे में 3 गुणा वृद्धि।
  3. नाल्को: राजस्व में 2 गुणा और प्रचालन मुनाफे में 3 गुणा वृद्धि।

इन आंकड़ों के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि वेदांता ने सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की है, जबकि हिंडाल्को और नाल्को की वृद्धि तुलनात्मक रूप से कम रही है। यह विश्लेषण प्रशासकों और जन-प्रतिनिधियों के लिए महत्वपूर्ण है, ताकि वे तथ्यों के आधार पर सही निर्णय ले सकें।

अगले लेख में, हम इन कंपनियों के अन्य तथ्यों पर चर्चा करेंगे। बने रहिए और हमारे आगामी विश्लेषण के लिए तैयार रहें।

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