December 23, 2024 |

NEWS FLASH

Latest News
प्राचीनकाल से भारत देश में गुरुकुल की गौरवशाली परंपरा रही है : राज्यपालहमर हटरी का उपमुख्यमंत्री ने किया शुभारंभट्रक में लगी आग, 100 बोरी धान जलकर खाककायाकल्प राज्य स्तरीय पुरस्कार : सम्मानित हुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुसमीगृहमंत्री अमित शाह के हाथों गैलेंट्री अवॉर्ड वीरता पदक से सम्मानित हुए रोहितमहासमुंद बना टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों का अग्रणी जिला, प्रदेश में पहला स्थानमुख्यमंत्री से वालीबॉल संघ के पदाधिकारियों ने की मुलाकातराजधानी के जैन मंदिर में 10 लाख के आभूषण की चोरीपैरावंट में लगी आग ,7 साल का मासूम की मौतपुलिस भर्ती में गड़बड़ी मामला : 4 पुलिसकर्मियों समेत 6 आरोपी गिरफ्तार
नेशनल

TikTok को अब कोई नहीं कर पाएगा डाउनलोड, गूगल ने ऐप को भारत में किया बैन

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

वीडियो एप टिक टॉक ऐप को गूगल ने इंडिया में ब्लॉक कर दिया है। यानी अब कोई भी गूगल प्लेस्टोर से टिक टॉक ऐप डाउनलोड नहीं कर पाएंगे। सोमवार को तमिलनाडु की उच्चतम न्यायालय ने को मद्रास उच्च न्यायालय के टिकटॉक एप पर प्रतिबंध लगाने के आदेश पर रोक लगाने से इंकार कर दिया। इसके बाद गूगल ने प्लेस्टोर से टिक टॉक को हटा दिया है। मद्रास उच्च न्यायालय ने अश्लील सामग्री तक पहुंच होने की चिंताओं के चलते केंद्र सरकार को इस एप पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था।
चाइनीज कंपनी बाइटडांस के बनाए ऐप में यूजर्स अपने छोटे-छोटे वीडियो बनाने के साथ उन्हें शेयर भी कर सकते है। भारत में भी यह काफी लोकप्रिय हो गया है। ऐप के जरिए बॉलीवुड के डायलॉग, जोक्स, गानों पर यूजर्स वीडियो बनाते हैं। इतना ही नहीं इसमें लिप-सिंक से लेकर लोकप्रिय गानों और म्यूजिक पर डांस भी करते हैं।
वीडियो एप टिक टॉक (TikTok) ऐप को गूगल ने इंडिया में ब्लॉक कर दिया है। यानी अब कोई भी गूगल प्लेसटोर से टिक टॉक ऐप डाउनलोड नहीं कर पाएंगे।
फरवरी में तमिलनाडु के आईटी मंत्री एम मणिकंदन ने कहा था कि ऐप पर कुछ कंटेंट काफी ‘असहनीय’ होता है। वहीं फरवरी में ही बीजेपी के आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने कहा था कि पार्टी ने कुछ टिक टॉक वीडियो देखे और इस प्लेटफार्म को काफी क्रिएटिव बताया था।
वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी इस मामले में टिकटॉक पर मालिकाना हक वाली कंपनी बाइट डांस की ओर से पेश हुए। उन्होंने कहा कि इस एप को एक अरब से भी ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै पीठ ने इस मामले में दूसरे पक्ष की अनुपस्थिति में एक तरफा फैसला सुनाया है।
उन्होंने कहा कि अदालत ने इस संबंध में कोई नोटिस जारी नहीं किया और उनकी दलील सुने बिना ही आदेश जारी कर दिया। पीठ ने कहा कि यह मामला इस समय उच्च न्यायालय के विचाराधीन है और प्रतिबंध का आदेश मात्र एक अंतरिम आदेश है। पीठ ने कहा कि हम मामले को बंद नहीं कर रहे हैं। पहले उच्च अदालत को मामले पर विचार कर लेने दीजिए। हम इस पर अगली सुनवायी 22 अप्रैल को करेंगे।
अमेरिका में टिक टॉक ऐप को लेकर काफी आलोचना हुई है। बीते साल इंडोनेशिया की सरकार ने 1,70,00 लोगों के अपील पर हस्ताक्षर करने के बाद टिक टॉक को बैन कर दिया। इंडोनेशिया की सरकार ने कहा कि टिक टॉक बच्चों के लिए ठीक नहीं है। हालांकि, बाद में बैन हटा दिया गया जब टिक टॉक के अधिकारियों ने आपत्तिजनक कंटेंट हटाने का वादा किया।

gramyatracg

 

नमस्कार

मैंने भारत को समृद्धि एवं शक्तिशाली बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान के तहत प्राथमिक सदस्यता ग्रहण कर ली है।
आप भी भाजपा सदस्य बन विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के साथ जुड़ सकते हैं।

https://narendramodi.in/bjpsadasyata2024/VUXFHF

#BJPSadasyata2024

Related Articles

Check Also
Close